
परशुराम महादेव मंदिर क्यों कहलाता है मेवाड़ का अमरनाथ!
भगवान परशुराम का हिन्दू शास्त्रों में महत्वपूर्ण स्थान हैं। सारी दुनिया इनके क्रोध से वाकिफ थी।...
भगवान परशुराम का हिन्दू शास्त्रों में महत्वपूर्ण स्थान हैं। सारी दुनिया इनके क्रोध से वाकिफ थी। अरावली के पहाडिय़ों में भगवान महादेव के मंदिर का निर्माण स्वयं परशुराम ने अपने फरसे से काटकर किया था। इस मंदिर में एक शिवलिंग हैं। जहां पर भगवान परशुराम ने कठोर तपस्या की थी और तपस्या के बल पर भगवान शिव से अस्त्र व शस्त्र प्राप्त किए थे। इस मंदिर में एक चट्टान पर राक्षस की आकृति नजर आती हैं। बताया जाता है कि इस राक्षस का अंत परशुराम ने किया था। कठिन रास्ता, प्राकृतिक शिवलिंग और प्राकृतिक सौंदर्य की वजह से इस मंदिर को मेवाड़ का अमरनाथ कहा जाता हैं। यह मंदिर राजस्थान के राजसमंद और पाली सीमा पर स्थित हैं। चौकाने वाली बात यह है कि इस मंदिर की मुख्य गुफा राजसमंद में है और कुण्ड पाली जिले में स्थित हैं।