
पठानकोट आतंकी हमलों में कार्रवाई तेज करे पाक
| | 28 Jun 2017 7:17 AM GMT
वाशिंगटन (वार्ता) : भारत और अमेरिका ने आतंकवाद को प्रश्रय देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का...
वाशिंगटन (वार्ता) : भारत और अमेरिका ने आतंकवाद को प्रश्रय देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का संकल्प लेने के साथ ही पाकिस्तान से मुंबई और पठानकोट आतंकी हमलों के दोषियों को कानून के शिकंजे में लाने की कार्रवाई तेज करने करने को कहा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच यहां हुई बैठक के बाद जारी संयुक्त घोषणा पत्र में श्री ट्रम्प ने कहा कि भारत और अमेरिका दोनों आतंकवाद से बुरी तरह प्रभावित रहे हैं। हम कट्टर इस्लामिक आतंकवाद को जड़ से मिटाने का संकल्प लेते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने पड़ोसी देश पाकिस्तान से मुंबई और पठानकोट में हुए आतंकी हमलों के दोषियों को कानून के शिकंजे में लाने की कार्रवाई तेज करने को कहा।
संयुक्त बयान के मुताबिक परमाणु अप्रसार के क्षेत्र में भारत के साथ वैश्विक साझेदार बने अमेरिका ने परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी), वासेनार व्यवस्था और रासायनिक एवं जैविक हथियारों से संबंधित प्रौद्योगिकियों के निर्यात नियंत्रण पर लगाम लगाने के उद्देश्य से बनाये गये अनौपचारिक समूह 'आस्ट्रेलिया ग्रुप' में भारत की सदस्यता की दावेदारी का पुरजोर समर्थन भी किया। अमेरिकी राष्ट्रपति ने इसके साथ ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् में भी भारत को स्थायी सदस्यता दिलाने की प्रतिबद्धता दोहराई।
दोनों पक्षों ने अलकायदा, आईएसआईएस, जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा, दाउद इब्राहिम की 'डी कंपनी' और उसकी सहयोगियों कंपनियों से पैदा होने वाले खतरों से निबटने के लिए सहयोग को और मजबूत करने का संकल्प लिया। भारत ने हिजबुल मुजाहिदीन के सरगना सैयद सलाहउद्दीन को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के लिए अमेरिका की सराहना करते हुए कहा कि यह सभी प्रकार के आतंकवाद को खत्म करने की अमेरिकी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
इससे पूर्व मीडिया के समक्ष अपने बयान में श्री मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका विकास के मामले में वैश्विक इंजन हैं। आतंकवाद को समाप्त करना दोनों देशों की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि भारत-प्रशांत क्षेत्र में शांति, स्थायित्व और सुरक्षा उनकी सरकार की प्राथमिकता है और सुरक्षा चुनौतियों के मद्देनजर सुरक्षा एवं रक्षा के क्षेत्र में अमेरिकी सहयोग महत्वपूर्ण है।
उन्होंने अफगानिस्तान में अस्थायित्व फैलाने के लिए पाकिस्तान का नाम लिये बिना कहा कि पड़ोसी देश अफगानिस्तान में अस्थायित्व भारत के लिए चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद से निबटना अमेरिका की सर्वोच्च प्राथमिकता है। भारत और अमेरिका दोनों आतंकवाद से जूझ रहे हैं ऐसे में परस्पर सहयोग बहुत मायने रखता है।
श्री ट्रम्प ने कहा कि रक्षा के क्षेत्र में अमेरिका भारत के साथ परस्पर सहयोग बढ़ा रहा है। अगले महीने दोनों देशों की सेनाएं हिन्द महासागर में अबतक का सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास करने जा रही हैं। हम दोनों मिलकर आतंकवादी संगठनों और कट्टरपंथी सोच को खत्म करने के लिए कटिबद्ध हैं।
उन्होंने भारत को तेजी से उभरती अर्थव्यवस्था बताते हुए कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि अमेरिका भी जल्दी ही ऐसी तेजी पकड़ने की कोशिश करेगा। उन्होंने इस अवसर पर उत्तर कोरिया का जिक्र करते हुए कहा कि वहां की सरकार बड़े खतरे पैदा कर रही है। उससे निबटने के लिए जल्दी ही कुछ करना पड़ेगा।