पटना, । बिहार विधानसभा चुनाव की मतगणना जारी है। रूझानों में
भाजपा-नीत राजग को प्रचंड बहुमत मिलता दिख रहा है। भाजपा के राष्ट्रीय
प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने राजग को रूझान में मिल रही 197 सीट और
महागठबंधन काे 40 सीट पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि बिहार में मोदी-नीतीश
की जोड़ी हिट है। जनता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री
नीतीश कुमार के विकास कार्यों पर पुन: भरोसा जताया है। उन्होंने कहा कि
बिहार का यह चुनाव परिणाम तथाकथित सेक्युलर पार्टियों के लिए आखिरी होगा।
हुसैन
ने कहा कि वोटिंग की लंबी कतारें संकेत दे रही थीं कि राजग सरकार बनाएगी।
लोग सरकार बदलने के बजाय इसे बचाने के लिए वोट देने गए। मैं पूरे बिहार में
घूमा हूं और देखा कि इस बार ऐसा रूझान पूरे बिहार में था। लोकसभा में जो
दिख रहा था, उसका असर विधानसभा चुनाव में भी साफ नजर आ रहा है।
प्रधानमंत्री की सभाओं में जबरदस्त उत्साह था। भागलपुर, अररिया, कटिहार सब
जगह बड़ी तादाद में लोग जुटे। इतनी बड़ी तादाद आने की उम्मीद नहीं थी। जनता
ने मोदी और नीतीश कुमार पर भरोसा जताया।
मोदी की
लोकप्रियता के आगे महागठबंधन फेल भाजपा के वरिष्ठ नेता हुसैन ने कहा कि
महागठबंधन फेल हो गया। वोट अधिकार यात्रा में उन्होंने डर फैलाया कि आपका
वोट कट जाएगा, लेकिन पूरे चुनाव में ऐसा कोई नहीं मिला जिसके वोट कटे।
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सिर्फ देखने में अच्छे लगते हैं। बिहार में
उनका असर सीमित रहा। पवन सिंह के रोड शो में भीड़ इतनी थी कि छह घंटे तक
सभा से निकलना मुश्किल था। कांग्रेस नौ सीट से भी नीचे आने वाली है। दिल्ली
में जीरो आती हो, हरियाणा और महाराष्ट्र हारते हो, फिर भी जुबान नहीं
बदलती। देश के सबसे लोकप्रिय नेता मोदी को मंच से गाली देना स्वीकार्य नहीं
है। हुसैन ने कहा कि महागठबंधन और कांग्रेस को अब समझना होगा कि मोदी केवल
भाजपा के नेता नहीं, बल्कि विश्व स्तर के नेता हैं। दुनिया में उनको
सम्मान और निगाहों से देखा जाता है।
बिहार में नहीं चलेगी
हैदराबादी मानसिकता हुसैन ने कहा कि ओवैसी की पार्टी रजाकारों से बनी हुई
है। वे भड़काऊ भाईजान हैं। 15 मिनट सेना हटा दो, पुलिस हटा दो, ऐसा कहकर
लोगों को जोड़ते हैं। ऑपरेशन सिंदूर में उन्होंने थोड़ी भड़काऊ भाषा का
इस्तेमाल किया, लेकिन इसके अलावा उनकी जुबान जहरीली रहती है। बिहार के
मुस्लिम समाज का खान-पान और पहनावा अलग है। यहां मुसलमान मिलकर रहते हैं और
छठ पर्व भी मनाते हैं। ओवैसी हैदराबाद की मानसिकता बिहार में नहीं ला
सकते। मैंने उनका नाम भड़काऊ भाईजान के रूप में सेव कर रखा है।
महागठबंधन
की डराने वाली राजनीति बेअसर, गेमचेंजर साबित होगा यह चुनाव हुसैन ने कहा
कि इस चुनाव में महागठबंधन की डराने वाली राजनीति काम नहीं आई। वोट अधिकार
यात्रा में सिर्फ डर फैलाया गया, मोदी को गाली देकर गलतफहमी पैदा की गई। अब
ऐसा नहीं होगा। मुस्लिम समाज ने देखा कि जब मोदी आएगा और सरकार बनाएगा, तो
उनके साथ रहना सही है। यह चुनाव बिहार के लिए गेमचेंजर साबित होगा।----
बिहार में मोदी-नीतीश की जोड़ी हिट, तथाकथित सेक्युलर दलों का यह आखिरी चुनाव : शाहनवाज हुसैन
हुसैन ने सीमांचल की
स्थिति का जिक्र करते हुए कहा कि सीमांचल उम्मीद के मुताबिक परफॉर्म कर रहा
है। लोगों ने देखा कि यह मोदी-नीतीश की जोड़ी कई योजनाओं के जरिए आमजन तक
विकास पहुंचाती है। सुपौल जिले के ननुपट्टी गांव में लोग बता रहे थे कि
आरजेडी के लोग दुष्प्रचार कर रहे थे कि अगर राजग सरकार बनेगी तो आपकी जमीन
और जान खतरे में होगी, लेकिन इस बार जनता डरी नहीं। हमने दावा नहीं किया कि
हमें बहुत वोट मिला,
लेकिन यह दावा कर सकते हैं कि भाजपा को रोकने के लिए
मुसलमानों ने वोट नहीं रोका। लोगों ने देखा कि राज्य में 20 साल से और
केंद्र में 11 साल से राजग की सरकार है। किसी को नुकसान नहीं हुआ। मोदी
अनाज दे रहे हैं, आयुष्मान भारत का कार्ड दे रहे हैं, बिहार में नीतीश
सरकार महिलाओं को 10 हजार रुपये दे रही है। कोई भेदभाव नहीं है। इसी वजह से
लोग स्थिर हो गए हैं और मुस्लिम समाज भी अब मानता है कि जो लोग खुद हार
चुके हैं, उनकी राह पर नहीं चलना। मोदी के साथ चलना है, राजग के साथ रहना
है। यह आखिरी चुनाव है तथाकथित सेक्युलर पार्टियों का।
