केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने ब्रिटेन की अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान ब्रिटेन के कई शीर्ष अधिकारियों और उद्योग जगत के नेताओं से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने वित्तीय ढांचे तथा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) जैसी उभरती प्रौद्योगिकियों में सहयोग के अवसरों पर चर्चा की।
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा, "डिजिटल दुनिया में भारत की बड़ी प्रगति के साथ हमने फिनटेक इकोसिस्टम, डिजिटल सशक्तिकरण और दोनों अर्थव्यवस्थाओं में एसएमई के नेतृत्व वाली वृद्धि को बढ़ावा देने पर चर्चा की।"
इस यात्रा के दौरान उन्होंने फ्यूचर फ्रंटियर्स फोरम, लंदन में विज्ञान संग्रहालय समूह के निदेशक और मुख्य कार्यकारी सर इयान ब्लेचफोर्ड के साथ बातचीत की।
पीयूष गोयल ने ब्रिटेन में राजकोष की चांसलर रेचल रीव्स से मुलाकात की। इस दौरान भारत-ब्रिटेन आर्थिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए वित्तीय ढांचे, सतत वित्त और नए व्यापार अवसरों को खोलने में सहयोग के अवसरों पर चर्चा की गई। इसके अलावा पीयूष गोयल ने ब्रिटेन स्थित बिजनेस फाइनेंशियल प्लेटफॉर्म टाइड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) ओलिवर प्रिल के साथ भी दिलचस्प चर्चा की।
केंद्रीय मंत्री गोयल ने मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को बातचीत के जरिए तैयार किए गए पाठ से परिवर्तनकारी आर्थिक साझेदारी में बदलने के लिए भारत की प्रतिबद्धता की फिर से पुष्टि की है। पीयूष गोयल ने लंदन में इंडिया ग्लोबल फोरम (आईजीएफ) 2025 में भारत के रणनीतिक वैश्विक दृष्टिकोण और आर्थिक नेतृत्व को प्रदर्शित किया।
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री ने एफटीए को दो जीवंत लोकतंत्रों के बीच साझा महत्वाकांक्षा का प्रतिबिंब बताया। उन्होंने कहा कि यह समझौता न केवल द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाता है, बल्कि भारत की अपने राष्ट्रीय हितों के अनुरूप संतुलित और भविष्योन्मुखी व्यापार ढांचे पर बातचीत करने की क्षमता को भी दर्शाता है।
उल्लेखनीय है पीयूष गोयल यूके और भारत के बीच मुक्त व्यापार समझौते के क्रियान्वयन से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करने तथा दोनों देशों के बीच व्यापार एवं निवेश को बढ़ावा देने के तरीकों का पता लगाने के लिए दो दिवसीय आधिकारिक दौरे पर लंदन गए थे। दोनों देशों के बीच एफटीए लागू करने पर सहमति बन गई है, जिसको जल्द ही लागू किए जाने की उम्मीद है।
पीयूष गोयल ने ब्रिटेन यात्रा के दौरान डिजिटल इंफ्रा और इनोवेशन में भारत की प्रगति पर प्रकाश डाला
