अमरनाथ यात्राः 6,482 तीर्थयात्रियों का एक और जत्था जम्मू से रवाना
पिछले आठ दिनों में अब तक 1.45 लाख से ज़्यादा श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन कर चुके हैं। शुक्रवार को 6,482 तीर्थयात्रियों का एक और जत्था जम्मू से कश्मीर घाटी के लिए रवाना हुआ।
पिछले आठ दिनों में अब तक 1.45 लाख से ज़्यादा श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन कर चुके हैं। शुक्रवार को 6,482 तीर्थयात्रियों का एक और जत्था जम्मू से कश्मीर घाटी के लिए रवाना हुआ।
श्रावण मास का आज शुक्रवार को प्रारंभ हो गया है । बाबा महाकाल के दर्शन का सिलसिला भस्मारती के बाद से प्रारम्भ हो गया। इसी के साथ कांवड़ यात्रियों की बोल बम की गूंज भी यहां चारो ओर सुनाई दे रही है। इधर महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए लाखों श्रद्धालु पहुंचे।
देवों के देव महादेव की उपासना का पवित्र माह सावन (श्रावण) आज लग गया। इसी के साथ पवित्र कांवड़ तीर्थयात्रा का आरंभ भी हो गया। देशभर में सुबह से लोग पवित्र जलधाराओं में डुबकी लगाकर भगवान शिव का जलाभिषेक कर रहे हैं।
जगन्नाथपुर के मौसीबाड़ी मंदिर से वापसी की राह पर निकले भगवान जगन्नाथ, भाई बलराम और बहन सुभद्रा के रथ को एक बार फिर उस अनदेखी भावना ने थाम लिया।
लगातार बारिश के बीच, 7,200 से अधिक तीर्थयात्रियों का एक नया जत्था रविवार को तड़के दक्षिण कश्मीर हिमालय में अमरनाथ मंदिर के लिए यहां आधार शिविर से रवाना हुआ। 3 जुलाई को शुरू हुई 38 दिवसीय वार्षिक तीर्थयात्रा ने रविवार को 50,000 का आंकड़ा पार कर लिया।
भगवान भोलेनाथ के प्रिय माह सावन की शुरुआत 11 जुलाई से हो रही है। 10 जुलाई आषाढ़ पूर्णिमा और 11 जुलाई से श्रावण कृष्ण प्रतिपदा माह में गुरु आदित्य योग के शुभ संयोग में शिव आराधना की शुरुआत होगी। इस बार सावन में चार सोमवार का संयोग बन रहा है।
पवित्र अमरनाथ यात्रा के जम्मू आधार शिविर यात्री निवास (बेस कैंप) में आज आगामी तीर्थयात्रा की तैयारियों की समीक्षा के लिए ट्रायल रन किया गया। इस दौराान बसों को अभूतपूर्व सुरक्षा के साथ रवाना किया गया। यह जानकारी जम्मू के डिप्टी कमिश्नर अचिन कुमार वैश्य ने दी।
सुबह से ही मेला में भगवान के अष्टकोणीय रथ का स्पर्श कर श्रद्धालु विग्रह पर तुलसी की माला, प्रसाद व फल अर्पित कर रहे —भोर में कार से प्रभु जगन्नाथ, सुभद्राजी एवं बलभद्र जी अस्सी जगन्नाथ मंदिर आएंगे
उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश के कारण पर्वतीय जनपदों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। नदी-नाले उफान पर हैं। भारी वर्षा और भूस्खलन की आशंकाओं को देखते हुए चारधाम यात्रा को अगले 24 घंटे के लिए स्थगित किया गया है।
भोपाल के पटेल नगर स्थित इस्कॉन मंदिर द्वारा आज (शनिवार को) भगवान श्रीजगन्नाथ, बलराम और देवी सुभद्रा की भव्य रथयात्रा निकाली जाएगी। यह इस्कॉन भोपाल की तेरहवीं वार्षिक रथयात्रा होगी। यात्रा शाम 4 बजे भोपाल टॉकीज से शुरू होकर हमीदिया रोड, भारत टॉकीज, रोशनपुरा, रंगमहल और न्यू मार्केट होते हुए
जग के नाथ भगवान जगन्नाथ जी की रथयात्रा आगामी 29 जून को निकाली जाना है। इसमें अब सिर्फ दो दिन का समय शेष रह गया है। इसके मद्देनजर पिछले कई दिनों से चल रही तैयारियां अब अंतिम चरण में पहुँच गईं है। रथ यात्रा इस्कॉन के तत्वावधान में काफी भव्य स्तर पर निकाली जाएगी।
राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार , मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने जगन्नाथपुर रथ यात्रा की सभी को बधाई और शुभकामनाएं दी है।
सजने लगे हैं रथ... गूंजने लगी है ‘जय जगन्नाथ’ की गूंज... कंधे कसे जा रहे हैं, ध्वज लहरा रहे हैं! आ गया है शुभ दिन, जब भगवान श्रीजगन्नाथ खुद भक्तों के द्वार आएंगे। आगामी 27 जून (शुक्रवार) को जब भगवान श्रीजगन्नाथ रथ पर सवार होकर
झारखंड की राजधानी रांची स्थित ऐतिहासिक जगन्नाथपुर रथयात्रा अब न सिर्फ राज्य का बल्कि देश का एक प्रमुख धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन बन चुकी है। ओडिशा की पुरी रथ यात्रा महोत्सव के बाद रांची की यह रथयात्रा भारत की दूसरी सबसे बड़ी पारंपरिक रथयात्रा
रांची के धुर्वा स्थित ऐतिहासिक जगन्नाथपुर मंदिर में आगामी 27 जून को भव्य रथ यात्रा का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर मंदिर परिसर में विशाल मेला भी लगेगा, जिसकी तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं।
रांची धुर्वा सेक्टर-3 में मां सुभद्रा ग्रुप चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से श्री सुंदरकांड का पाठ किया जाएगा।
मेष : योजना क्रियान्वयन के लिए समय अच्छा व सकारात्मक परिणाम देने वाला बन रहा है। कारोबारी काम में नवीन तालमेल और समन्वय बन जाएगा। जीवन साथी अथवा यार-दोस्तों के साथ साझे में किए जा रहे काम में लाभ मिल जाएगा। आत्मङ्क्षचतन करे। बिगड़ा कार्य बनेगा। शुभांक-5-7-9
ओडिशा के श्रीक्षेत्र पुरी में भगवान जगन्नाथ की स्नान यात्रा जितनी धार्मिक श्रद्धा से मनाई जाती है, उसी भक्ति और गरिमा के साथ कोलकाता के कालीघाट महातीर्थ में भी यह पर्व मनाया गया। जेष्ठ पूर्णिमा यानी आज बुधवार के दिन दोनों ही तीर्थस्थलों पर विशेष अनुष्ठानों के साथ यह परंपरा निभाई गई, जिसमें शक्ति और वैष्णव परंपराओं का अनोखा समन्वय देखा गया।
मेष : आमोद-प्रमोद का दिन होगा और व्यावसायिक प्रगति भी होगी। ज्ञान-विज्ञान की वृद्घि होगी और सज्जनों का साथ भी रहेगा। कुछ कार्य भी सिद्घ होंगे। अपना कार्य दूसरों के सहयोग से बना लेंगे। प्रतिष्ठा बढ़ाने वाले सामाजिक कार्य संपन्न होंगे। किसी अपने की सलाह उपयोगी सिद्घ होगी। शुभांक-2-3-6
मेष : योजना क्रियान्वयन के लिए समय अच्छा व सकारात्मक परिणाम देने वाला बन रहा है। कारोबारी काम में नवीन तालमेल और समन्वय बन जाएगा। जीवन साथी अथवा यार-दोस्तों के साथ साझे में किए जा रहे काम में लाभ मिल जाएगा। आत्मङ्क्षचतन करे। बिगड़ा कार्य बनेगा। शुभांक-5-7-9
मेष : मेल-मिलाप से काम बनाने की कोशिश सफल होगी। कामकाज में आ रहा अवरोध दूर होकर प्रगति का रास्ता मिल जाएगा। अपने काम में सुविधा मिल जाने से प्रगति होगी। समाज में मान-सम्मान बढ़ेेगा। नवीन जिम्मेदारी बढऩे के आसार रहेंगे। अपने काम को प्राथमिकता से करें। शुभांक-6-8-9
अयोध्या एक बार फिर धार्मिक उत्साह और भक्ति के रंग में रंगी हुई है। आज गंगा दशहरा के पावन अवसर पर श्री राम जन्मभूमि मंदिर में राम दरबार सहित आठ देवालयों में देव विग्रहों की अभिजीत मुहूर्त में सुबह 11:25 से 11:40 बजे के बीच प्राण प्रतिष्ठा संपन्न होगी। श्री राम जन्मभूमि मंदिर के प्रथम तल पर श्री राम दरबार सहित अष्ट देवालयों में देव विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा हेतु समारोह यज्ञशाला और परिसर के देवालयों में चल रहा है।
मेष : जीवनसाथी का परामर्श लाभदायक रहेगा। व्यापार व नौकरी में स्थिति अच्छी रहेगी। शुभ कार्यों का लाभदायक परिणाम होगा। कामकाज की अधिकता रहेगी। व्यवसायिक अभ्युदय भी होगा और प्रसन्नताएं भी बढ़ेंगी। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। अर्थपक्ष मजबूत रहेगा। धर्म-कर्म के प्रति रुचि जागृत होगी। शुभांक-7-8-
फिल्म 'हाउसफुल 5' को लेकर हर कोई उत्सुक है। यह फिल्म कुछ ही दिनों में रिलीज होने वाली है। 'हाउसफुल-5' का प्रमोशन शुरू हो गया है। हाल ही में फिल्म की पूरी टीम प्रमोशन के लिए पुणे के सीजन्स मॉल पहुंची। इस कार्यक्रम में पूरी स्टार कास्ट को देखने के लिए भारी भीड़ उमड़ी। इस बार भीड़ इतनी ज्यादा हो गई कि महिलाओं की चीख-पुकार सुनकर अक्षय बेहद नाराज हो गए।
पहलगाम आतंकी हमले और उसके बाद ऑपरेशन सिंदूर के बाद व्याप्त भय के बावजूद, बड़ी संख्या में श्रद्धालु कश्मीर में प्रतिष्ठित माता खीर भवानी मंदिर में दर्शन कर रहे हैं। कई कश्मीरी पंडितों सहित तीर्थयात्रियों ने अटूट आस्था व्यक्त की और कहा कि इस तरह के हमले उनकी भक्ति को कम नहीं कर सकते। वार्षिक खीर भवानी मेला 3 जून, 2025 को कश्मीर घाटी के गंदरबल जिले में स्थित तुलमुल्ला में प्रतिष्ठित खीर भवानी मंदिर में शुरू होगा।
गंगा दशहरा पुराणों के अनुसार दस दिवसीय महापर्व का यह स्थल सांस्कृतिक विरासत का केंद्र रहा है । धोपाप उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में गोमती नदी के तट पर स्थित एक धार्मिक तीर्थस्थल है। यह "धोपाप धाम" के नाम से भी जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि गंगा दशहरा के अवसर पर यहां स्नान करने से सभी पाप धुल जाते हैं, क्योंकि इस स्थान पर भगवान श्रीराम ने रावण वध के बाद पापों से मुक्ति के लिए स्नान किया था
मेष अध्ययन-अध्यापन में समय गुजरेगा। ज्ञान-विज्ञान की वृद्घि होगी और सज्जनों का साथ भी रहेगा। कुछ कार्य भी सिद्घ होंगे। व्यर्थ की भाग-दौड़ से यदि बचा ही जाए तो अच्छा है। प्रियजनों से समागम का अवसर मिलेगा। अवरुद्घ कार्य संपन्न हो जाएंगे। धर्म-कर्म के प्रति रुचि जागृत होगी। शुभांक-3-5-6
दरंग की आराध्य देवी मां भगवती चामुंडा बुधवार को मंडी पहुंचीं। एक भक्त के निमंत्रण पर वे उनके घर आशीर्वाद देने रिवालसर के सरकिधर जाएंगी। प्राचीन परंपरा के अनुसार, मंडी सीमा में प्रवेश से पहले विक्टोरिया ब्रिज पर नारियल बलि दी गई। इसके बाद माता का रथ आगे बढ़ा। बाबा भूतनाथ मंदिर में माता का विश्राम हुआ । उसके बाद माता मंडी शहर से देव धुन वो नरसिंहों की टंकार से रिवालसर के लिए रवाना हुई।
मेष : जमीन जायदाद का लाभ भी हो सकता है। आवास, मकान तथा वाहन की सुविधाएं मिलेंगी। कर्ज तथा रोगों से मुक्ति भी संभव है। मान-सम्मान में वृद्घि होगी। अच्छे कार्य के लिए रास्ते बना लेंगे। अपने हित के काम सुबह-सवेरे ही निपटा लें। रुपये पैसों की सुविधा नहीं मिल पाएगी। शुभांक-3-5-7वृष : कामकाज सीमित तौर पर ही बन पाएंगे। स्वास्थ्य का पाया कमजोर बना रहेगा। यात्रा प्रवास का सार्थक परिणाम मिलेगा। मेल-मिलाप से काम बनाने की कोशिश लाभ देगी।
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के रामानुजगंज स्थित पहाड़ी माई मंदिर अपनी खूबसूरती और विशेषताओं के कारण विशेष रूप से प्रसिद्ध है। ऊंचाई पर स्थित होने के बावजूद यहां बारहों महीनें श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। यहां दर्शन करने आने वालों में झारखंड और उत्तर प्रदेश के भी श्रद्धालु शामिल हैं।