पटना, । बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले दलबदलने की कवायद शुरु हो गई है। पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि और उनकी पत्नी सुचित्रा सिंह के अलावा पूर्व आईपीएस अधिकारी आनंद मिश्रा और आशुतोष कुमार समेत कई नेताओं ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल और दोनों उप-मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा की मौजूदगी में इन नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है। पटना स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित समारोह में दिलीप जायसवाल ने जिन नेताओं को भाजपा की सदस्यता दिलाई, उनमें पूर्व आईपीएस आनंद मिश्रा, पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि और उनकी पत्नी सुचित्रा सिन्हा, जहानाबाद लोकसभा सीट से उम्मीदवार रह चुके आशुतोष मिश्रा और पूर्व राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकपा) नेता अवधेश शामिल हैं।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने इस मौके पर कहा कि हम तमाम नेताओं का पार्टी में स्वागत करते हैं। इनके आने से पार्टी और बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में सभी नेताओं को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जाएगी। ये तमाम ऐसे नेता हैं, जिन्होंने लंबा राजनीतिक जीवन जिया है। इनके पास अनुभव भी हैं और हम उनके अनुभव का लाभ उठाना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि बड़े समाजवादी नेता जगदेव प्रसाद के बेटे हैं। वह कई दलों में रह चुके हैं। 14वीं बार वह किसी पार्टी में शामिल हुए हैं। 2011 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे आनंद मिश्रा ने 2024 में नौकरी छोड़ दी थी। भाजपा से टिकट चाहते थे। लेकिन जब टिकट नहीं मिला तो निर्दलीय ही बक्सर सीट से मैदान में उतर गए। हालांकि, उनको हार का सामना करना पड़ा। बाद में वह प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी में शामिल हो गए। लेकिन आज भाजपा का दामन थाम लिया है।
ब्राह्मण-भूमिहार एकता मंच चलाने वाले अशुतोष मिश्रा भी भाजपा में शामिल हो गए हैं। उन्होंने 2024 में जहानबाद सीट से बतौर निर्दलीय उम्मीदवार लोकसभा का चुनाव लड़ा था। लेकिन करारी हार मिली थी। अपने बयानों को लेकर वह अक्सर विवादों में रहते हैं।
बिहार में नागमणि, आनंद मिश्रा और आशुतोष कुमार ने थामा भाजपा का दामन
