नई दिल्ली, । केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने गुरुवार को भारत के हथकरघा और हस्तशिल्प निर्यात को बढ़ाने की जरूरत पर बल देते हुए कहा कि महिला कारीगरों की मासिक इनकम को कम से कम 15 से 20 हजार रुपये तक पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
केंद्रीय कपड़ा मंत्री ने नई दिल्ली के वसंत कुंज में कपड़ा मंत्रालय की तरफ से विकसित शिल्प परिसर ‘द कुंज’ का उद्घाटन करने के बाद कहा कि देश में करीब एक करोड़ लोग हथकरघा और हस्तशिल्प क्षेत्र से जुड़े हुए हैं। सिंह ने कहा कि यह कुंज भवन देशभर के कारीगरों को अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने में मदद करेगा।
शिल्प परिसर 'कुंज भवन' की परिकल्पना एक ऐतिहासिक सांस्कृतिक और खुदरा स्थल के रूप में की गई है, जो भारतीय हस्तशिल्प और हथकरघा की विविध विरासत का जश्न मनाने और उसे बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-जुलाई 2025 की अवधि के दौरान भारत का संचयी कपड़ा निर्यात 12.18 अरब डॉलर रहा, जो पिछले वित्त् वर्ष की इसी अवधि (11.73 अरब डॉलर) की तुलना में 3.87 फीसदी की वृद्धि है।
भारतीय हथकरघा और हस्तशिल्प निर्यात को नए मुकाम तक ले जाने की जरूरतः गिरिराज सिंह

हमारा लक्ष्य महिला कारीगरों (शिल्प दीदियों) की आय को कम से कम 15 हजार रुपये से 20 हजार रुपये प्रति माह तक बढ़ाना है। उन्होंने हथकरघा और हस्तशिल्प के निर्यात को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की जरूरत पर भी प्रकाश डाला।