नई
दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ
इंडिया लिमिटेड (सेल) और जॉन कॉकरिल इंडिया लिमिटेड (जेसीआईएल) ने नवाचार
और हरित इस्पात प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देने के लिए हाथ मिलाया है। सेल
और जेसीआईएल ने इसके लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।
इस्पात
मंत्रालय ने शुक्रवार को जारी एक बयान में कहा कि इस समझौता ज्ञापन पर सेल
के निदेशक (वित्त) अनिल कुमार तुलसियानी और जॉन कॉकरिल इंडिया लिमिटेड के
मेटल्स डिवीजन के प्रबंध निदेशक माइकल कोटास ने हस्ताक्षर किए हैं। इस
समझौता ज्ञापन का उद्देश्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों, व्यापक उद्योग
विशेषज्ञता और नवाचार और स्थिरता के लिए साझा दृष्टिकोण सहित दोनों
कंपनियों की संयुक्त शक्तियों का लाभ उठाना है। इसके अलावा कोल्ड रोलिंग और
कार्बन स्टील, ग्रीन स्टील और सिलिकॉन स्टील (विशेष रूप से सीआरजीओ-कोल्ड
रोल्ड ग्रेन ओरिएंटेड और सीआरएनओ-कोल्ड रोल्ड नॉन-ओरिएंटेड स्टील्स) के
प्रसंस्करण पर ध्यान केन्द्रित किया गया है। इस साझेदारी का उद्देश्य लोहे
और इस्पात निर्माण प्रक्रियाओं में हरित प्रौद्योगिकियों का एकीकरण करना और
उन्नत इस्पात निर्माण तकनीकों को शामिल करके दक्षता और स्थिरता को बढ़ावा
देना है।
मंत्रालय ने बताया कि सेल उन्नत, संधारणीय प्रौद्योगिकियों
को अपनाकर पारंपरिक लोहा और इस्पात निर्माण पद्धतियों को बदलने के लिए
प्रतिबद्ध है। इस्पात मंत्रालय के अनुसार कार्बन उत्सर्जन को कम करने और
संसाधन दक्षता में सुधार करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए सेल अपनी संचालन
प्रक्रियाओं को एक गतिशील बाजार की बदलती मांगों के अनुरूप बना रहा है। ये
प्रयास एक हरित और अधिक स्थायी भविष्य में योगदान देने के उद्देश्य से किया
जा रहा है।