मुंबई/नई
दिल्ली। एसएफसी एनवायरनमेंटल टेक्नोलॉजीज लिमिटेड ने
आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाने के लिए पूंजी बाजार नियामक प्रतिभूति
एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के समक्ष अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस
(डीआरएचपी) दाखिल किया है। कंपनी की योजना इस आईपीओ के जरिए 37 करोड़
रुपये जुटाने की है।
सेबी के पास जमा दस्तावेज के मुताबिक कंपनी इस
आईपीओ के जरिए 185 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी करेगी। 1.08 करोड़ शेयरों
की बिक्री ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) के जरिए की जाएगी। इसके साथ ही ओएफएस के
हिस्से के रूप में प्रमोटर साकेत चंद्र सिंह प्रताप सिंह ढंडोरिया और संदीप
सुधाकर असोलकर सहित मौजूदा शेयरधारक अपने शेयर बेचेंगे।
एसएफसी
एनवायरनमेंटल टेक्नोलॉजीज में प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 48.17 फीसदी है,
जबकि शेष 51.83 फीसदी शेयर पब्लिक शेयरहोल्डर्स के पास हैं। कंपनी इस आईपीओ
के तहत फ्रेश इश्यू से होने वाली आय का इस्तेमाल मुख्य रूप से कर्ज चुकाने
और वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने के लिए करेगी। इस इश्यू के लिए
आईआईएफएल कैपिटल सर्विसेज, जेएम फाइनेंशियल और नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट को
बुक रनिंग लीड मैनेजर नियुक्त किया गया है।
सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट
(एसटीपी) के साथ-साथ कंपनी के पास वेस्ट-वाटर ट्रीटमेंट सेगमेंट में 621
इंस्टॉलेशन है। कंपनी भारत में एक प्रमुख वेस्ट-वाटर ट्रीटमेंट मेथड
सीक्वेंसिंग बैच रिएक्टर (एसबीआर) टेक्नोलॉजी में 80 फीसदी से ज्यादा
बाजार हिस्सेदारी रखती है। इसके अलावा ये कस्टमर्स को ऑपरेशन और मेंटेनेंस
सर्विसेज और अन्य संबंधित एक्सेसरीज भी प्रोवाइड करती है।