नई
दिल्ली। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड
ट्रंप द्वारा बिटकॉइन को स्ट्रैटेजिक रिजर्व बताने और अमेरिका को दुनिया का
क्रिप्टो कैपिटल बनाने के ऐलान के बाद से ही दुनिया की तमाम क्रिप्टोकरंसी
में जबरदस्त तेजी का रुख बना हुआ है। पिछले कारोबारी सप्ताह में बिटकॉइन
1.08 लाख डॉलर के स्तर को भी पार कर गया था। हालांकि आज ये क्रिप्टो करेंसी
1 लाख डॉलर के स्तर से थोड़ा नीचे आकर कारोबार कर रही है।
डोनाल्ड
ट्रंप ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान भी क्रिप्टोकरंसी को समर्थन देने और
क्रिप्टो मार्केट के लिए एक रेगुलेटर नियुक्त करने की बात कही थी। इसी वजह
से अमेरिका में चुनाव परिणाम का ऐलान होने के बाद से ही क्रिप्टो करेंसी
मार्केट में लगातार तेजी का रुख बना हुआ है। तेजी के इसी राह पर चलते हुए
बिटकॉइन 17 दिसंबर को अभी तक के सर्वोच्च स्तर 1,08,134.70 डॉलर तक पहुंच
गया था।
ट्रंप की जीत के बाद बिटकॉइन ईटीएफ में भी लगातार निवेश
बढ़ता गया है। अमेरिकी मार्केट में लिस्टेड बिटकॉइन ईटीएफ में पिछले डेढ़
महीने के दौरान 12 अरब डॉलर का निवेश हो चुका है। बिटकॉइन की तरह दूसरी
क्रिप्टो करेंसीज के दाम में भी तेजी आई है, जिसके कारण क्रिप्टोकरंसी
मार्केट का ओवरऑल बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) 3.88 लाख करोड़ डॉलर के
स्तर तक पहुंच गया है।
क्रिप्टो करेंसीज के इस साल के प्रदर्शन पर
अगर नजर डालें, तो बिटकॉइन की कीमत में इस साल 147 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो
चुकी है। इसी तरह दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टो करेंसी एथेरियम ने इस
साल अभी तक 77 प्रतिशत रिटर्न दिया है, जबकि बिनांस का भाव इस साल अभी तक
197 प्रतिशत तेज हो चुका है। इसी तरह सोलाना में इस साल अभी तक की अवधि में
213 प्रतिशत की तेजी आ चुकी है, जबकि रिप्पल ने अभी तक 292 प्रतिशत का
रिटर्न दिया है।