नई
दिल्ली,। स्केलेबल और इनोवेटिव क्लाउड सॉल्यूशन प्रदान
करने वाली कंपनी वर्कमेट्स कोर2क्लाउड के शेयरों ने आज स्टॉक मार्केट में
जबरदस्त एंट्री करके अपने आईपीओ निवेशकों को जोरदार मुनाफा करा दिया। आईपीओ
के तहत कंपनी के शेयर 204 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे। आज बीएसई के
एसएमई प्लेटफॉर्म पर इसकी लिस्टिंग 90 प्रतिशत प्रीमियम के साथ 387.60
रुपये के स्तर पर हुई। लिस्टिंग के बाद हुई लिवाली के कारण थोड़ी ही देर
में कंपनी के शेयर उछल कर 405 रुपये के स्तर पर पहुंच गए। इस तरह आईपीओ
निवेशकों को अभी तक 98.53 प्रतिशत का मुनाफा हो चुका है।
वर्कमेट्स
कोर2क्लाउड का 69.84 करोड़ रुपये का आईपीओ 11 से 13 नवंबर के बीच
सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से भी जबरदस्त
रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 141.38 गुना सब्सक्राइब हो सका था।
इनमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए रिजर्व पोर्शन
147.03 गुना सब्सक्राइब हुआ था। वहीं, नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स
(एनआईआई) के लिए रिजर्व पोर्शन में 202.96 गुना सब्सक्रिप्शन आया था। इसी
तरह रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 111.64 गुना सब्सक्राइब हुआ
था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये फेस वैल्यू वाले कुल 34,23,600 शेयर जारी किए
गए हैं। इनमें 55.84 करोड़ रुपये के 27,37,200 नए शेयर और 10.50 करोड़
रुपये के 5,14,800 शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के जरिये बेचे गए हैं।
आईपीओ
में नए शेयरों के जरिये जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी अपने पुराने कर्ज
के बोझ को कम करने, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम
कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात
करें तो कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास जमा कराए गए ड्राफ्ट रेड
हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय
सेहत लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को 1.86 करोड़
रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 5.35
करोड़ रुपये और 2024-25 में उछल कर 13.93 करोड़ रुपये हो गया। मौजूदा वित्त
वर्ष के पहले पांच महीने यानी अप्रैल से अगस्त 2025 में कंपनी को 7.22
करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हो चुका है।
इस दौरान कंपनी की राजस्व
प्राप्ति में भी लगातार बढ़ोतरी हुई। वित्त वर्ष 2022-23 में इसे 29.14
करोड़ का कुल राजस्व प्राप्त हुआ, जो वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 53.53
करोड़ और वित्त वर्ष 2024-25 में उछल कर 108.39 करोड़ रुपये के स्तर पर आ
गया। मौजूदा वित्त वर्ष के पहले पांच महीने यानी अप्रैल से अगस्त 2025 में
कंपनी को 59.55 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हो चुका है।
इस अवधि
में कंपनी के रिजर्व और सरप्लस में भी बढ़ोतरी हुई। वित्त वर्ष 2022-23 में
ये 3.60 करोड़ रुपये के स्तर पर था, जो 2023-24 में बढ़ कर 8.95 करोड़
रुपये हो गया। इसी तरह 2024-25 में कंपनी का रिजर्व और सरप्लस 22.89 करोड़
रुपये के स्तर पर आ गया। वहीं मौजूदा वित्त वर्ष के पहले पांच महीने यानी
अप्रैल से अगस्त 2025 में ये 20.09 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया।
इसी
तरह ईबीआईटीडीए (अर्निंग बिफोर इंट्रेस्ट, टैक्सेज, डिप्रेशिएशंस एंड
एमॉर्टाइजेशन) 2022-23 में 2.70 करोड़ रुपये के स्तर पर था, जो 2023-24 में
बढ़ कर 7.70 करोड़ रुपये हो गया। इसी तरह 2024-25 में कंपनी का ईबीआईटीडीए
19.05 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया। वहीं, मौजूदा वित्त वर्ष के पहले
पांच महीने यानी अप्रैल से अगस्त 2025 में ये 10.62 करोड़ रुपये के स्तर पर
रहा।
स्टॉक मार्केट में वर्कमेट्स की धमाकेदार शुरुआत, पहले दिन ही लगभग दोगुना हुआ निवेशकों का पैसा
