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मुठभेड़ में एक लाख का इनामी डकैत इफ्तेखार ढेर


बरेली, उत्तर प्रदेश के बरेली जनपद में तीन थानों और एसओजी की संयुक्त टीमाें ने भोजापुरा थाना क्षेत्र में बाइक सवार बदमाशाें से मुठभेड़ हाे गई। इस कार्यवाही में एक लाख का इनामी डकैत इफ्तेखार उर्फ सोल्जर उर्फ शैतान ढेर हो गया।मुठभेड़ के दाैरान एसओजी के हेड कॉन्स्टेबल राहुल गोली लगने से घायल हो गया है, जिसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने गुरुवार काे बताया कि आज तड़के नैनीताल रोड पर बिलवा पुल के पास एसओजी और तीन थानों की संयुक्त टीम की बाइक सवार बदमाशाें से मुठभेड़ हाे गई। बदमाशाें की फायरिंग का पुलिस कर्मियाें ने जवाबी कार्यवाही की। इसमें एक बदमाश गाेली लगने से मारा गया है। मुठभेड़ में मारा गया बदमाश की पहचान एक लाख के इनामी डकैत इफ्तेखार उर्फ सोल्जर उर्फ शैतान के रूप में हुई है।उसका एक साथी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया है। पुलिस उसकी तलाश में कॉम्बिंग कर रही है। माैके से पुलिस काे मौके से 32 बोर की पिस्टल, दो मैगजीन, 17 जिंदा कारतूस, 28 हजार रुपये, मोबाइल और बिना नंबर प्लेट की बाइक बरामद हुई है।

एसएसपी ने बताया कि मुठभेड़ में मारे गए बदमाश के खिलाफ 7 जिलों में कुल 19 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें हत्या और डकैती के चार गंभीर मामले शामिल हैं। वह थाना बिथरी चैनपुर क्षेत्र की डकैती में वांछित चल रहा था। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, 2006 में थाना फरीदपुर के पचौमी मंदिर के पुजारी की हत्या और डकैती में भी यह अपराधी शामिल था। 2012 में बाराबंकी से पुलिस कस्टडी से फरार हो गया था और आठ साल बाद दोबारा गिरफ्तार किया गया था। पहले भी उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था।

एसएसपी ने बताया कि मुठभेड़ में मारा गया इनामी बदमाश इफ्तेखार के कई नाम थे और वह पते बदलकर पुलिस को गुमराह करता था। उसका असली नाम इफ्तेखार पुत्र सादिक उर्फ साबिक निवासी बरी चौक, कादरगंज रोड, कासगंज है, जबकि वह लंबे समय से भूपखेड़ी, थाना टीला मोड़, जनपद गाज़ियाबाद में छिपा हुआ था।