नई
दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भजापा) ने दलित छात्रों
के लिए आज घोषित दिल्ली सरकार की डॉ. आंबेडकर सम्मान स्कॉलरशिप योजना पर
सवाल उठाते हुए इसे पुरानी योजना बताया है। पार्टी का आरोप है कि केजरीवाल
सरकार ने 2019 में इस योजना की घोषणा की थी लेकिन आज तक इससे कितने छात्र
लाभान्वित हुए, इसकी कोई जानकारी नहीं हैं।
भाजपा की आईटी सेल के
प्रमुख अमित मालवीय ने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर इस घोषणा
से संबंधित एक विज्ञापन की प्रति साझा करते हुए लिखा, “चुनाव से पहले - हर
रोज उठो, नई घोषणा करो, फिर सो जाओ। चुनाव के बाद - सभी घोषणाओं को भूल जाओ
और शराब घोटाले में लग जाओ। वैसे इस योजना की घोषणा उन्होंने 2019 में की
थी। बड़ा प्रचार करवाया था लेकिन आज तक कितने दलित छात्रों को पढ़ने के लिए
विदेश भेजा, उसकी किसी को भी जानकारी नहीं है। दलित छात्रों के लिए
छात्रवृत्ति और विदेश में पढ़ने के लिए आर्थिक सहायता की योजना
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार पिछले दस वर्षों से चला रही है।”
दिल्ली
विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को
दलित छात्रों के लिए 'डॉ. अंबेडकर सम्मान छात्रवृत्ति' की घोषणा की।
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार विदेश में पढ़ाई के लिए जाने वाले दलित
छात्रों की शिक्षा का पूरा खर्च उठाएगी।
उल्लेखनीय है कि आम आदमी
पार्टी सरकार ने 2019 में विदेश में पढ़ने वाले करीब 100 दलित छात्रों की
उच्च शिक्षा के लिए एक योजना शुरू करने की बात कही थी। इस योजना को वित्तीय
वर्ष 2019-20 से लागू करने का प्रस्ताव था।