भोपाल,। मध्यप्रदेश में पिछले एक सप्ताह से भारी बारिश का दौर
जारी है। प्रदेश में एवरेज से ज्यादा पानी गिर चुका है। अब तक सामान्य 15.7
इंच बारिश हो चुकी है। लो प्रेशर एरिया (कम दबाव क्षेत्र) और साइक्लोनिक
सर्कुलेशन सिस्टम एक्टिव होने से तेज बारिश हो रही है। राजधानी भोपाल सहित
कई जिलों में शनिवार सुबह 7 बजे से तेज बारिश का दौर जारी है। इससे पहले
शुक्रवार को प्रदेश के 18 जिलों में पानी गिरा। शनिवार को विदिशा, रायसेन,
हरदा, बैतूल, जबलपुर और बालाघाट में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। भोपाल,
इंदौर, जबलपुर समेत 21 जिलों में भी तेज बारिश की संभावना है।
मौसम
विभाग ने बताया कि मानसून ट्रफ लाइन प्रदेश के कुछ जिलों से होकर गुजर रही
है। वहीं, साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम भी लो प्रेशर एरिया में बदल गया है।
इस वजह से प्रदेश में तेज आंधी-बारिश का असर है। पिछले एक सप्ताह से भारी
बारिश का दौर रहने से प्रदेश में एवरेज से ज्यादा पानी गिर गया है। प्रदेश
में अब तक सामान्य 15.7 इंच बारिश हो चुकी है, जो 1% अधिक है। पश्चिमी
हिस्से- भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, ग्वालियर-चंबल संभाग में एवरेज
से 4% ज्यादा पानी गिर चुका है, जबकि पूर्वी हिस्से- रीवा, सागर, जबलपुर और
शहडोल संभाग में 1% कम बारिश हुई है।
प्रदेश में शुक्रवार को बाढ़
जैसे हालात नजर आए। भोपाल, गुना और विदिशा में सुबह से तेज बारिश हुई।
विदिशा में सड़कों पर 2 फीट पानी भर गया। रायसेन में तेज बारिश से नदी-नालों
में बाढ़ आ गई। बाड़ी का रायसेन से संपर्क टूट गया। सबसे ज्यादा बारिश
रायसेन में 3.3 इंच हुई। नर्मदापुरम में 2.1 इंच से ज्यादा पानी गिरा।
पचमढ़ी, भोपाल-नौगांव में भी 1 इंच से ज्यादा बारिश हो गई। छिंदवाड़ा,
उज्जैन, धार, रतलाम, मंडला, गुना, मलाजखंड, बैतूल, इंदौर, जबलपुर, खजुराहो,
सतना और सीधी में भी बारिश हुई। बारिश से भोपाल के बड़ा तालाब में आधा फीट
पानी बढ़ गया। अब लेवल 1663.80 फीट हो गया है।
प्रदेश में पिछले 10
दिन से तेज बारिश हो रही है। इस कारण डैम और तालाबों में भी पानी बढ़ा है।
24 घंटे में सीहोर के कोलार डैम, शहडोल के बाणसागर, जबलपुर के बरबी, खंडवा
के इंदिरा सागर, नर्मदापुरम के तवा डैम, भोपाल के कलियासोत, राजगढ़ के
मोहनपुरा और कुंडालिया डैम में 1 से 3 फीट तक पानी बढ़ा है। भोपाल की लाइफ
लाइन बड़ा तालाब अब सिर्फ साढ़े 3 फीट ही खाली है। मौसम विभाग का कहना है कि
प्रदेश में मानसून की गतिविधियां कम होंगी, लेकिन 28 जुलाई से फिर से तेज
बारिश शुरू होगी। 29 और 30 जुलाई को उत्तरी हिस्से में तेज बारिश होने का
अनुमान है।