उज्जैन, ।आगामी 28 जुलाई से 13 सितंबर तक का समय ज्योतिष के हिसाब से अहम रहने वाला है। क्योंकि इस दौरान कन्या राशि में मंगल का गोचर रहेगा। ऐसे में व्यक्तियों के जीवन में तो घटनाएं घटेंगी ही साथ ही कई महत्वपूर्ण घटनाएं जैसे कि कई देशों के बीच मनमुटाव और युद्ध जैसे हालात, प्राकृतिक घटनाएं, भूकंप और बीमारियों का फैलना भी देखने को मिलेंगी।
ज्योतिषाचार्य पं. अजयशंकर जोशी ने शनिवार को इस संबंध में बताया कि कन्या राशि में मंगल के प्रभाव इस प्रकार देखने को मिलेंगे- देश-विदेश में युद्ध और तनाव, जिसमें कि यह मंगल का कन्या राशि में गोचर देश-विदेश में युद्ध और तनाव की स्थिति पैदा कर सकता है। प्राकृतिक घटनाएं- इस दौरान प्राकृतिक घटनाएं जैसे कि भूकंप, तूफान और बाढ़ आ सकती हैं। बीमारियों का फैलना- मंगल का कन्या राशि में गोचर बीमारियों का फैलना भी बढ़ा सकता है। वहीं, शनि और मंगल की दृष्टि व्यक्ति के जीवन में संघर्ष और चुनौतियों को बढ़ा सकती है। साथ ही शनि और मंगल की दृष्टि व्यक्ति के स्वभाव में उग्रता और जड़ता ला सकती है। यह स्थिति व्यक्ति को अधिक मेहनत करने और धैर्य बनाए रखने के लिए प्रेरित करती है।
ज्योतिषाचार्य पं. अजयशंकर जोशी ने ऐसे संकटकालीन वक्त के लिए कुछ उपाय भी बताएं हैं, उनके अनुसार इस दौरान शांति और धैर्य बनाए रखना महत्वपूर्ण है। नकारात्मक विचारों से बचना और सकारात्मक सोच को बढ़ावा देना आवश्यक है। इसके अलावा जीवन में ध्यान और योग का अभ्यास करने से मानसिक शांति और स्थिरता प्राप्त हो सकती है।
कन्या राशि में मंगल का गोचर 28 जुलाई से 13 सितंबर तक, दुनिया में कई देशों के बीच शांत नहीं होंगे युद्ध जैसे हालात
