नई
दिल्ली। केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग
मंत्री जीतन राम मांझी ने गत दिनों संसद में हुई अप्रिय घटना की कड़ी निंदा
करते हुए इसके लिए विपक्ष को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने दावा किया कि
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में ही बाबा साहेब का सबसे ज्यादा
सम्मान हुआ है।
शनिवार को नई दिल्ली स्थित अपने आवास पर
मीडियाकर्मियों से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि विपक्ष की वजह
से जिस तरह की अप्रिय घटना संसद में घटी, वह संसदीय इतिहास में पहली बार
हुआ, जब दो सांसदों को हॉस्पिटलाइज होना पड़ा। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब
आंबेडकर को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा दिए गए बयान को
पब्लिक डोमेन में गलत तरह से पेश किया गया। बाबा साहेब आंबेडकर का जितना
सम्मान वर्तमान सरकार में हुआ है वैसा कभी भी कांग्रेसी सरकारों में नहीं
हुआ। उन्होंने कहा कि भले ही विपक्ष केंद्रीय गृह मंत्री की बात न समझ पाई
हो लेकिन देश की जनता अच्छी तरह समझती है।
मांझी ने देश के पहले
प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को आरक्षण विरोधी बताते हुए कहा कि अगर उनके
द्वारा संविधान सभा में की गई आरक्षण विरोधी बातों को अमल में लाया जाता तो
आज देश में कोई भी पिछड़ा और गरीब आगे नहीं बढ़ पाता। केंद्रीय मंत्री ने
विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग संविधान निर्माता की तख्तियां
लेकर घूम रहे हैं और संविधान पर खतरे की बात कर रहे हैं, उन्हीं के कालखंड
में संविधान को सबसे ज्यादा खतरा था। उन्होंने ही सबसे ज्यादा संविधान
निर्माता का अनादर किया। उन्होंने कहा कि अभी संविधान पर कोई खतरा नहीं है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में ही बाबा साहेब का सबसे ज्यादा
सम्मान हुआ है।