नई
दिल्ली,। केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री
डॉ. वीरेंद्र कुमार ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में 'सामाजिक
अधिकारिता शिविर' का उद्घाटन किया।
इसके अलावा, डॉ. वीरेंद्र कुमार
ने देश भर के विभिन्न आकांक्षी ब्लॉकों में आयोजित किए जा रहे शिविरों का
वर्चुअल माध्यम से शुभारंभ किया। यह पहल एडीआईपी (विकलांग व्यक्तियों को
सहायता) योजना के तहत दिव्यांगजनों (विकलांग व्यक्तियों) को सशक्त बनाने की
दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेन्द्र
कुमार ने कहा कि छात्रवृत्ति योजना के तहत 2.68 लाख दिव्यांग छात्रों को
871.79 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति से सम्मानित किया गया है। ये धनराशि
सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में स्थानांतरित की जाती है। विशेष रूप से
उत्तर प्रदेश में, 49,717 दिव्यांग छात्रों को कुल 219.57 करोड़ रुपये की
छात्रवृत्ति मिली। इसके अतिरिक्त मंत्री ने सभी उपस्थित लोगों को स्वच्छता
की शपथ दिलाई।
सामाजिक न्याय मंत्रालय के तहत विकलांग व्यक्तियों
का सशक्तीकरण (डीईपीडब्ल्यूडी) और भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम के
सहयोग से आयोजित 75 शिविरों का उद्देश्य एडीआईपी योजना के तहत 9,000 से
अधिक पूर्व-चिह्नित लाभार्थियों को मुफ्त सहायक उपकरण प्रदान करके
दिव्यांगजनों को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाना है।
केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने देश भर में 75 स्थानों पर सामाजिक अधिकारिता शिविरों का उद्घाटन किया
