विवाह
के लग्न को लेकर राजधानी रांची के 80 प्रतिशत बैंक्वेट हॉल बुक हो गए है।
बैंक्वेट हॉल और होटलों की बुकिंग तेज हो गई है। लग्न के शुभ दिनों के लिए
बैंक्वेट हॉल और ज्यादातर धर्मशालाएं बुक हो चुकी हैं। बैंक्वेट हॉल
संचालकों का कहना है कि इस वर्ष नवंबर और दिसंबर में काफी कम लग्न दिवस है।
इस कारण से बैंक्वेट हॉल पहले से ही बुक हो चुके हैं। चेंबर बैंक्वेट सब
कमेटी चेयरमैन ने बताया कि शुभलग्न के दिवस में बुकिंग लेने के लिए होटलों,
धर्मशालाओं और बैंक्वेट हॉल में काफी इन्क्वायरी आ रही है। नवंबर-दिसंबर
के लग्न दिवस में रांची के 80 प्रतिशत से ज्यादा बैंक्वेट हॉल और
धर्मशालाएं बुक हो चुके हैं।
बाजारों में बढ़ी रौनक, देर रात तक खरीदारी
विवाह
नजदीक आते ही शहर के जेवर और कपड़ा दुकानों में खरीदारी शुरू हो गई। लोग
अपने जरूरत के सामानों को देर तक खरीदने में लगे हैं। दुकानदारों का कहना
है कि 2025 में लग्न दिवस कम हैं, फिर भी खरीदारी काफी बढ़ी हुई है।
दो दिन बाद 18 नवंबर से शहनाइयां बजने लगेंगी।
आचार्य
मनोज पांडेय ने रविवार को बताया कि इस वर्ष नवंबर और दिसंबर माह में सिर्फ
13 विवाह लग्न दिवस हैं। वहीं, अगले वर्ष के जुलाई तक 75 लग्न दिवस हैं।
नवंबर-2025 से जुलाई-2026 तक लग्न
नवंबर
: 18, 19, 21, 22, 23, 24, 25, 29, 30 दिसंबर : 01, 04, 05, 06 फरवरी: 04,
05, 06, 07, 08, 10, 11, 12, 13, 14, 15, 19, 20, 21, 24, 25, 26 मार्च:
02, 04,05, 06, 07, 08, 09, 10, 11, 12, 13, 14 अप्रैल: 20, 21, 26, 27,
28, 29, 30 मई: 03, 04, 05, 06, 07, 08, 12, 13, 14 जून: 19, 20, 21, 22,
23, 24, 25, 26, 27, 28, 29, 30 जुलाई: 01, 06, 07, 08, 11
विवाह के सबसे अच्छे मुहूर्त
पंचांग के अनुसार 22. नवंबर, 23,24 व 29 नवंबर,4 और 5 दिसंबर, 5 फरवरी, 12
फरवरी, 9 मार्च, 10 मार्च व 14 मार्च विवाह के सबसे अच्छे मुहूर्त हैं।
आचार्य मनोज पांडेय ने कहा कि शादी के शुभ योग के लिए बृहस्पति, शुक्र और
सूर्य का शुभ होना जरूरी है। रवि गुरु का संयोग सिद्धिदायक और शुभफलदायी
होते हैं। इन तिथियों पर शादी-विवाह को बेहद शुभ माना गया है।
18 नवंबर को सोम प्रदोष होने से इस दिन शुभ लग्न
आचार्य
मनोज पांडेय ने कहा कि 18 नवंबर को प्रातः 06:12 बजे से 08:33 बजे तक शुभ
लग्न है। रात्रि 01:21 मिनट के बाद मृत्यु बाण योग हो जाएगा। इसलिए इसके
पूर्व ही विवाह में सिंदूर दान और कन्या दान कर लेना चाहिए। शादी-विवाह के
लिए शुभ मुहूर्त का होना बड़ा महत्वपूर्ण होता है। वैवाहिक बंधन को सबसे
पवित्र रिश्ता माना गया है। इसलिए इसमें शुभ मुहूर्त का होना जरूरी है।

