देश-दुनिया
के इतिहास में 15 जून की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। इस तारीख को
जापान के लोग कभी नहीं भूल पाते। दरअसल जापान 15 जून 1896 को भूकंप के बाद
इतिहास की सबसे विनाशकारी सुनामी का सामना कर चुका है। सानरिकू तट पर आई इस
सुनामी में करीब 22,000 लोगों की मौत हो गई थी। इस सुनामी की लहरें 80 फीट
से 125 फीट ऊंची थीं। जब ये तट से टकराईं, तो इनके रास्ते में जो भी आया,
वो तबाह हो गया। गांव के गांव नष्ट हो गए। भू-गर्भीय हलचलों और दुर्घटनाओं
की जानकारी आधिकारिक तौर पर वर्ष 1900 से ही रिकॉर्ड करनी शुरू की गई थी।
1896 में आई इस सुनामी की जानकारी विज्ञान अनुसंधान केंद्रों, शोध
पत्रिकाओं और पुराने अखबारों के जरिए मिलती है। इसके बाद जापान के इसी तट
पर 1933 और फिर 2011 में भूकंप के बाद सुनामी आई।
महत्वपूर्ण घटनाचक्र
1389ः कोसोवो के युद्ध में औटोमन साम्रराज्य ने सर्वों और बोस्नियाइयों को हराया।
1752ः बेंजामिन फ्रेंकलिन ने साबित किया की प्रकाश विद्युत चुंबकीय तरंग है।
1762ः आस्ट्रिया में कागजी मुद्रा का प्रचलन शुरू।
1866- प्रशिया ने ऑस्ट्रिया पर आक्रमण किया।
1896ः जापान के इतिहास के सबसे विनाशकारी भूकंप और उसके बाद उठी सुनामी ने 22,000 लोगों की जान ली।
1908ः कलकत्ता शेयर बाजार की शुरुआत।
1954: यूरोप के फुटबॉल संगठन यूईएफए (यूनियन ऑफ यूरोपियन फुटबाल एसोसिएशन) का गठन।