कोलकाता, । दुर्गा पूजा के दौरान राजधानी कोलकाता के विभिन्न पंडालों में मां दुर्गा की प्रतिमाओं पर सजाए गए सोने-चांदी के बहुमूल्य गहनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस ने इस बार विशेष इंतजाम किए हैं।
लालबाजार सूत्रों के अनुसार, ऐसे 13 पंडालों की पहचान की गई है जहां प्रतिमाओं को भारी मात्रा में सोने-चांदी के गहनों से सजाया गया है। इनमें से 11 पंडालों में दो पुलिसकर्मियों को रायफल के साथ तैनात किया गया है, जबकि शेष दो पंडालों में और भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
केंद्रीय कोलकाता के मुचिपाड़ा क्षेत्र में एक पूजा पंडाल की सुरक्षा के लिए दो पुलिस अधिकारी सर्विस पिस्टल के साथ तथा दो पुलिसकर्मी रायफल के साथ तैनात हैं। वहीं बेनियापुकुर क्षेत्र के एक पंडाल में भी रायफलधारी जवान गहनों की निगरानी कर रहे हैं। कई पंडालों में गहने केवल सीमित समय के लिए प्रतिमाओं को पहनाए जाते हैं, लेकिन जब तक गहने प्रतिमा पर रहते हैं, पुलिस बल लगातार सुरक्षा में तैनात रहेगा।
पुलिसकर्मी न केवल गहनों की रखवाली करेंगे बल्कि यह भी सुनिश्चित करेंगे कि कोई बाहरी व्यक्ति प्रतिमा के अधिक नजदीक न जा सके। इसके अलावा सभी 13 पंडालों में पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं।
कोलकाता पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गहनों की कीमत करोड़ों रुपये में है और पूजा के दौरान लाखों श्रद्धालु इन पंडालों में उमड़ते हैं। ऐसे में चोरी की आशंका बनी रहती है। इसीलिए विशेष सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं।
गौरतलब है कि कोलकाता के कई प्रतिष्ठित पूजा आयोजकों में प्रतिमा को सोने-चांदी के आभूषण पहनाने की परंपरा रही है। गहनों की गिनती करके उन्हें प्रतिमा पर सजाया जाता है और विसर्जन से पहले उतारकर समिति के पास सुरक्षित रख दिया जाता है। आमतौर पर पूजा समितियां अपनी ओर से सुरक्षा व्यवस्था करती हैं, लेकिन इस बार पुलिस ने भी अतिरिक्त कदम उठाते हुए सुरक्षा को और मजबूत किया है।
दुर्गा प्रतिमाओं के गहनों की सुरक्षा के लिए कोलकाता पुलिस की विशेष व्यवस्था
