कोलकाता। मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक गर्भवती
महिला की मौत के बाद पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य विभाग पर गंभीर सवाल खड़े
हो गए हैं। इस घटना को लेकर विपक्षी दल भाजपा ने ममता बनर्जी सरकार पर
भ्रष्टाचार और लापरवाही का आरोप लगाया है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष
और केंद्रीय मंत्री डॉ. सुकांत मजूमदार ने इस मामले को लेकर राज्य सरकार की
कड़ी आलोचना की। उन्होंने गुरुवार को ट्विटर पर एक पोस्ट कर कहा कि ममता
बनर्जी के नेतृत्व में स्वास्थ्य मंत्रालय में भ्रष्टाचार अपनी जड़ें जमा
चुका है, जिससे आम जनता को भारी नुकसान हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि
राज्य के अस्पतालों में नकली दवाएं और खराब गुणवत्ता वाले मेडिकल सप्लाई का
उपयोग हो रहा है, जिससे मरीजों की जान खतरे में पड़ रही है।
डॉ.
मजूमदार ने एक पुराने मामले का जिक्र करते हुए कहा कि 2015 में अलीपुरद्वार
जिला अस्पताल के डॉक्टर उदयन मित्रा ने घटिया क्वालिटी की सलाइन को लेकर
शिकायत की थी, जिससे कई गर्भवती महिलाओं की जान चली गई थी। लेकिन सरकार ने
कार्रवाई करने के बजाय डॉक्टर मित्रा को अनुशासनहीनता का नोटिस भेज दिया
था।
इस घटना के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने मेदिनीपुर अस्पताल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
तृणमूल
नेता कुणाल घोष ने भाजपा पर इस मामले का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया और
कहा कि राज्य का स्वास्थ्य विभाग इस घटना की जांच कर रहा है। उन्होंने कहा
कि विपक्ष को जांच खत्म होने तक इंतजार करना चाहिए और इस मुद्दे पर
राजनीति नहीं करनी चाहिए।