ढाका। बांग्लादेश में रेल हड़ताल से मचे हाहाकार के बीच
मोहम्मद यूनुस नीत अंतरिम सरकार घुटनों पर आ गई। रनिंग कर्मचारियों ने
प्रमुख मांग पूरी होने के बाद हड़ताल खत्म करने की घोषणा की। ट्रेनों का
संचालन आज तड़के फिर से शुरू हो गया।
बांग्लादेश के समाचार पत्र
प्रोथोम अलो के अनुसार, कमलापुर के स्टेशन मास्टर एमडी अनवर हुसैन ने कहा
कि ट्रेनों की आवाजाही सुबह 4:40 बजे शुरू हो गई। देशभर के अन्य स्टेशनों
से भी ट्रेनें रवाना हुईं। रनिंग स्टाफ सोमवार आधी रात (12 बजे से) हड़ताल
पर चला गया था। इस दौरान कई जगह ड्राइवर ट्रेन छोड़कर भाग गए थे। कुछ ही
समय में देशभर में रेलगाड़ियों का परिचालन बंद हो गया। इस वजह से हजारों
यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। नाराज यात्रियों ने कई जगह
स्टेशन मास्टर को बंधक बना लिया। जगह-जगह प्रदर्शन किया। इस दौरान राजशाही
स्टेशन पर तोड़फोड़ की।
रेलवे सलाहकार फौजुल कबीर खान के आवास पर
बैठक के बाद रनिंग स्टफ एंड वर्कर एम्प्लॉई यूनियन ने मंगलवार आधीरात बाद
करीब 2:30 बजे हड़ताल वापस लेने की घोषणा की। उन्हें आश्वासन दिया गया कि
उनकी मांगें बुधवार तक पूरी कर दी जाएंगी। यूनियन के महासचिव एमडी मोजिबुर
रहमान ने रनिंग स्टाफ से कम पर लौटने का आह्वान किया। इससे पहले, भेदभाव
विरोधी छात्र आंदोलन के संयोजक हसनत अब्दुल्ला ने अपने फेसबुक पेज पर सूचना
दी थी कि रेलवे अधिकारियों और कर्मचारियों ने हड़ताल वापस ले ली है।
उल्लेखनीय
है कि गार्ड, ट्रेन ड्राइवर (लोको मास्टर), सहायक ड्राइवर और टिकट
निरीक्षक (टीटीई) सहित रेलवे रनिंग स्टाफ अपने मूल वेतन के अलावा पेंशन,
ग्रेच्युटी और रनिंग भत्ते की मांग को लेकर लंबे समय से विरोध प्रदर्शन कर
रहे थे।