काठमांडू। नेपाल के दूसरे अंतराष्ट्रीय विमानस्थल का रविवार से
फिर संचालन शुरू किया गया है। भगवान गौतम बुद्ध की जन्मस्थली लुंबिनी के
पास निर्मित गौतम बुद्ध अंतराष्ट्रीय विमानस्थल पर आज बैंकाक की पहली
फ्लाइट ने लैंडिंग की। इस विमानस्थल के पुन: संचालन होने पर प्रधानमंत्री
केपी शर्मा ओली ने प्रसन्नता जाहिर की है। ओली ने विश्वास व्यक्त किया है
कि भैरहवा की तरह जल्द ही पोखरा विमानस्थल का नियमित संचालन भी शुरू किया
जायेगा।
अपने निर्माण के दो साल बाद एक बार फिर से संचालन में लाए
गए भैरहवा विमानस्थल पर रविवार को थाई एयर एशिया विमान की लैंडिंग से
शुरुआत हुई है। करीब एक वर्ष पहले भी जब पहली बार भैरहवा एयरपोर्ट का
संचालन किया गया था तो उस समय भी इसी एयरलाइंस ने शुरुआत की थी। विमानस्थल
के प्रवक्ता विनोद सिंह रावत ने बताया कि यात्रियों की कमी की वजह से एयर
एशिया सहित वहां से उड़ान भरने वाले जजीरा एयर की उड़ान भी बंद हो गई। रावत
ने कहा कि आज थाई एयर एशिया के विमान से बैंकाक से एक भी यात्री नहीं आया,
जबकि इधर से सिर्फ 17 यात्रियों को लेकर विमान ने उड़ान भरी।
भैरहवा
से बैंकाक तक का किराया सिर्फ 7500 भारतीय रुपये में रखा गया है। भारत के
किसी भी शहर से बैंकाक का किराया 10 हजार से लेकर 15 हजार रुपये तक है।
भारत के सीमावर्ती शहर भैरहवा में यह एयरपोर्ट रहने के कारण भी किराया कम
रखा गया है। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से सिर्फ एक घंटे की दूरी पर इस
विमानस्थल से बैंकाक जाने जाने के लिए 7500 रुपये किराया है।
नेपाल का भैरहवा अंतरराष्ट्रीय विमानस्थल फिर शुरू हुआ, सिर्फ 7500 रुपये में बैंकाक का सफर
