जॉर्जटाउन
(गुयाना),। भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी
नाइजीरिया, ब्राजील और गुयाना की अपनी तीन देशों की यात्रा पूरी कर नई
दिल्ली के लिए रवाना हो गए। गुयाना के शीर्ष नेतृत्व ने उन्हें विमानतल पर
भावपूर्ण विदाई दी। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने दौरे की शुरुआत नाइजीरिया से
की थी। इसके बाद वो जी-20 समिट में हिस्सा लेने के लिए ब्राजील पहुंचे।
फिर वहां से गुयाना की यात्रा पर पहुंचे।
नाइजीरिया और गुयाना में
प्रधानमंत्री मोदी को भरपूर सम्मान मिला। दोनों देशों ने प्रधानमंत्री को
अपने सर्वोच्च सम्मान ने नवाजा। 17 साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने
नाइजीरिया की यात्रा की। करीब 50 साल बाद भारत के किसी प्रधानमंत्री ने
पहली बार गुयाना का दौरा किया। गुयाना में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
प्रधानमंत्री
मोदी ने गुयाना में वहां की नेशनल असेंबली को संबोधित किया। इस ऐतिहासिक
संबोधन में उन्होंने अंतरिक्ष और समुद्री क्षेत्रों में सहयोग की जरूरत पर
जोर दिया। साथ ही संघर्ष की जगह सहयोग को प्राथमिकता देने का संदेश दिया।
प्रधानमंत्री मोदी गुयाना की संसद को संबोधित करने वाले पहले भारतीय
प्रधानमंत्री हैं।
उन्होंने इस अवसर पर भारत और गुयाना के मजबूत
संबंधों का स्मरण किया। दोनों देशों के साझा लोकतांत्रिक मूल्यों और
मानव-केंद्रित दृष्टिकोण की सराहना की। उन्होंने गुयाना के लोगों का
धन्यवाद किया, जिन्होंने उन्हें देश के सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित किया।
उन्होंने शांति और सहयोग के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को दोहराया।