काठमांडू। नेपाल के जनकपुरधाम में प्रत्येक वर्ष धूमधाम से मनाया
जाने वाला विवाह पंचमी महोत्सव गुरुवार को नगर परिक्रमा के साथ शुरू हो
गया। सात दिन चलने वाले इस आयोजन का समापन 26 नवंबर को रामकलेवा के साथ
होगा। महोत्सव के प्रथम दिन राम और लक्ष्मण को जानकी मंदिर परिसर में
नगर-दर्शन कराया गया। हजारों श्रद्धालुओं की इस परिक्रमा में सहभागिता रही।
जानकी मंदिर के महंत राम रोशन दास ने नगर परिक्रमा समारोह की
अगुवाई की। सीता-राम विवाह पंचमी महोत्सव के दूसरे दिन आज आज फुलवारी लीला
मनाई जा रही है। इस दौरान भगवान राम और लक्ष्मण के स्वरूप में सजे
व्यक्तियों को पुष्प उद्यान में घुमाने की परंपरा है। जहां राम–जानकी की
पहली भेंट होने की किंवदंती प्रचलित है।
आज शाम जानकी मंदिर परिसर
स्थित विवाह मंडप के समीप स्थित फुलवारी में भगवान राम और लक्ष्मण के दर्शन
होंगे। मान्यता है कि त्रेता युग में गुरु विश्वामित्र के साथ धनुष यज्ञ
में भाग लेने अयोध्या से जनकपुर पहुंचे राम और लक्ष्मण जब पुष्प उद्यान
भ्रमण के लिए आए थे, तभी भगवान राम और माता सीता का पहली बार सामना हुआ।
उसी क्षण से एक-दूसरे के प्रति आकर्षण प्रारंभ हुआ और जानकी ने राम जैसा वर
पाने की मनोकामना की थी।
त्रेता युग में सम्पन्न मर्यादा
पुरुषोत्तम राम और आदर्श नारी सीता के दिव्य विवाह की स्मृति में जनकपुर
में प्रत्येक वर्ष भव्य रूप से विवाह पंचमी पर्व मनाया जाता है। शनिवार को
धनुष यज्ञ, 23 नवंबर को तिलकोत्सव, 24 नवंबर को राम–जानकी मटकोर और 25
नवंबर को मुख्य विवाह पंचमी का आयोजन किया जाएगा।
जनकपुरधाम में नगर परिक्रमा के साथ सात दिन चलने वाला विवाह पंचमी महोत्सव शुरू
