कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उत्तर
बंगाल दौरे के दौरान महाराष्ट्र सरकार पर 'लक्ष्मी भंडार' योजना को लेकर
गलत प्रचार करने का आरोप लगाया है। उत्तर बंगाल के बागडोगरा हवाई अड्डे पर
ममता ने कहा कि हर महीने 'लक्ष्मी भंडार' योजना के तहत महिलाओं को मिलने
वाला भत्ता केवल बंगाल ही देता है, जबकि महाराष्ट्र जैसे अन्य राज्यों में
इस योजना की केवल घोषणा की गई है, लेकिन उसे लागू नहीं किया गया है। ममता
ने महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर भी कहा कि राजनीतिक दल
केवल चुनाव प्रचार के लिए ऐसी योजनाओं का झूठा वादा करते हैं।
मुख्यमंत्री
ममता बनर्जी ने साफ किया कि वह अन्य राज्यों के चुनावी मामलों में टिप्पणी
नहीं करना चाहतीं, लेकिन उन्होंने इतना जरूर कहा कि वह चाहती हैं कि जनता
भाजपा के खिलाफ वोट दे। उन्होंने 'लक्ष्मी भंडार' योजना की तुलना करते हुए
महाराष्ट्र के 'लाडकी बहन' योजना पर भी सवाल उठाए, जिसे मुख्यमंत्री एकनाथ
शिंदे के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार ने चुनाव से पहले शुरू किया था। इस
योजना के तहत महिलाओं को हर महीने 1500 रुपये दिए जा रहे हैं, और शिंदे ने
वादा किया है कि चुनाव जीतने पर इस राशि को 2100 रुपये तक बढ़ाया जाएगा।
वहीं, विपक्षी दलों के गठबंधन 'महाविकास अघाड़ी' ने भी सत्ता में आने पर
महिलाओं को हर महीने तीन हजार रुपये का भत्ता देने की 'महालक्ष्मी योजना'
का वादा किया है। ममता ने इसे राजनीतिक दलों की ओर से जनता को लुभाने की
कोशिश बताया।
उत्तर बंगाल में अपनी दो दिन की यात्रा के दौरान
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहाड़ी इलाकों के विकास पर जोर दिया। सोमवार
सुबह वह कोलकाता से रवाना होकर बागडोगरा पहुंचीं। मंगलवार को वह दार्जिलिंग
में जीटीए (गोरखा टेरिटोरियल एडमिनिस्ट्रेशन) के सदस्यों के साथ बैठक
करेंगी। इस बैठक के बाद 13 नवंबर को दार्जिलिंग चौरास्ता में 'सरस मेला' का
उद्घाटन भी करेंगी। ममता अपने इस दौरे को समाप्त कर 14 नवंबर को सिलिगुड़ी
होते हुए वापस कोलकाता लौटेंगी। मुख्यमंत्री के इस दौरे में राज्य के
मंत्री अरूप बिस्वास और उदयन गुहा भी उनके साथ हैं।