कोलकाता। कोलकाता के बहुचर्चित स्कूल भर्ती घोटाले में आरोपित
सुजय कृष्ण भद्र की तबीयत बिगड़ने के कारण सोमवार को धनशोधन निवारण अधिनियम
(पीएमएलए) की विशेष अदालत में आरोप तय करने की प्रक्रिया में बाधा आई।
भद्र को सुबह बेहोशी की हालत में दक्षिण कोलकाता के प्रेसिडेंसी सेंट्रल
सुधार गृह से राज्य संचालित एसएसकेएम मेडिकल कॉलेज व अस्पताल ले जाया गया।
जानकारी
के अनुसार, सुजय कृष्ण भद्र, जिन्हें 'कालीघाट के काका' के नाम से जाना
जाता है, ने सुबह बेचैनी की शिकायत की और इसके बाद वे बेहोश हो गए। इसके
चलते उन्हें तुरंत चिकित्सा सहायता के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया।
सुजय
कृष्ण भद्र को मई 2023 में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया था।
हालांकि, इस महीने की शुरुआत में कलकत्ता उच्च न्यायालय की एकल पीठ ने
उन्हें ईडी मामले में जमानत दे दी थी। लेकिन जमानत मिलने के बावजूद वे जेल
से बाहर नहीं आ सके क्योंकि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने उन्हें
उसी घोटाले में अपनी जांच के तहत गिरफ्तार कर लिया।
सीबीआई ने भद्र
को तीन दिन की हिरासत में रखकर पूछताछ की। हालांकि, 21 दिसंबर को सीबीआई ने
उनकी हिरासत बढ़ाने का अनुरोध नहीं किया। अदालत में सीबीआई के वकील ने
बताया कि भद्र ने हिरासत में रहते हुए खाना और दवाइयां लेने से इनकार कर
दिया, जिसके कारण उनकी तबीयत बिगड़ गई।
ईडी ने मामले में अपनी
पांचवीं चार्जशीट में खुलासा किया है कि उन्होंने भद्र से जुड़े एक निजी
कॉर्पोरेट संस्थान से 7.47 करोड़ रुपये जब्त किए हैं और 2.70 करोड़ रुपये
जब्त करने की प्रक्रिया चल रही है।
यह मामला पश्चिम बंगाल में स्कूल
नौकरियों के बदले पैसे लेने से जुड़ा है, जिसमें कई बड़े नाम सामने आ चुके
हैं। सुजय कृष्ण भद्र को मई 2023 में गिरफ्तार किया गया था और सीबीआई ने
उन्हें दिसंबर 2023 में हिरासत में लिया।