शिमला, हिमाचल प्रदेश में अब युवाओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (ए.आई) और डेटा साइंस जैसे आधुनिक विषयों की पढ़ाई के लिए राज्य के भीतर ही अवसर मिलेंगे। प्रदेश सरकार ने तकनीकी शिक्षा को भविष्य की जरूरतों के अनुरूप बनाते हुए कई बहुतकनीकी और अभियांत्रिकी कॉलेजों में ए.आई और डेटा साइंस के कोर्स शुरू किए हैं।
एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि राज्य के प्रमुख तकनीकी शिक्षण संस्थानों में राजकीय बहुतकनीकी महाविद्यालय बड़ू (हमीरपुर), राजकीय बहुतकनीकी महाविद्यालय रोहड़ू (शिमला), राजीव गांधी राजकीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय नगरोटा बगवां (कांगड़ा), अटल बिहारी वाजपेयी राजकीय अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान प्रगति नगर (शिमला) और राजकीय बहुतकनीकी महाविद्यालय सुंदरनगर (मंडी) शामिल हैं, जहां ए.आई, मशीन लर्निंग, आईओटी और डेटा साइंस जैसे कोर्स आरंभ कर दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के निर्देशानुसार तकनीकी शिक्षा विभाग ने कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग के साथ ए.आई और आईओटी को जोड़कर संयुक्त डिप्लोमा कोर्स तैयार किया है। इससे विद्यार्थियों को कंप्यूटर साइंस के साथ-साथ ए.आई और डेटा साइंस के व्यावहारिक ज्ञान की भी पढ़ाई मिलेगी।
प्रवक्ता ने बताया कि हमीरपुर के बड़ू पॉलिटेक्निक कॉलेज में शुरू किए गए डिप्लोमा इन कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग एंड आईओटी को लेकर विद्यार्थियों में उत्साह है। विद्यार्थियों ने बताया कि यह कोर्स उनके लिए बड़े शहरों में गए बिना आधुनिक तकनीक सीखने का अवसर देगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने इन कोर्सों के लिए आवश्यक स्टाफ की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए हैं। सरकार का मानना है कि ए.आई और डेटा साइंस जैसे क्षेत्रों में युवाओं के लिए अपार संभावनाएं हैं और इससे रोजगार एवं स्वरोजगार के नए रास्ते खुलेंगे।
हिमाचल के तकनीकी कॉलेजों में शुरू हुए ए.आई और डेटा साइंस कोर्स
