चतुर्थ
बाल मेले में 43 स्टॉल्स लगे हैं। इनमें से कई स्टॉल होम मेड प्रोडक्ट्स
के हैं। होम मेड प्रोडक्ट्स को लोग खूब पसंद कर रहे हैं। कहीं रागी के
लड्डू हैं तो कहीं गाय के गोबर से निर्मित आरती की थाल और दीये हैं। कमाल
ये कि इन स्टॉल्स पर लोग आ रहे हैं, खरीदारी कर रहे हैं, जानकारी ले रहे
हैं और दूसरों को बता भी रहे हैं।
मनीषा पांडेय ने यहां स्टॉल
लगाया है। उनके स्टॉल में 100 से ज्यादा उत्पाद हैं। हर्बल उत्पाद तो हैं
ही, गोमाता के गोबर से बने भी कई उत्पाद हैं। इनमें अगरबत्ती, दीया, आरती
की थाली सहित अन्य उत्पाद हैं।
उन्होंने रविवार को बताया कि अभी तीन ही दिन हुए हैं। इन तीन दिनों में उत्पादों की बिक्री ठीक-ठाक हुई है।
वहीं,
नंदिनी गुप्ता के स्टॉल पर होम मेड हर्बल प्रोडक्ट्स मिल रहे है। ये सभी
उत्पाद हाथ से तैयार है। इनमें शैंपू, साबुन सहित 15 से ज्यादा उत्पाद हैं।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े धर्मेंद्र विश्वकर्मा ने भी एक
स्टॉल लगाया हैं। मोटे अनाजों से बनने वाले तमाम उत्पाद इनके पास हैं। वह
बताते हैं कि मेरे पास हेल्थ कांशस लोग ज्यादा आ रहे हैं। वे रागी के
लड्डू, शुद्ध घी में बने ठेकुआ आदि को खूब पसंद कर रहे हैं। वह अब तक के
सेल को लेकर बहुत उत्साहित हैं।
सीमा सिन्हा ने बेकरी का स्टॉल
लगाया है। उनके स्टॉल पर क्या बच्चे, क्या बूढ़े, सभी आ रहे हैं। कोई केक
ले रहा है तो कोई हाथ से निर्मित कोई अन्य उत्पाद। वह अपने उत्पादों की
बिक्री से प्रसन्न हैं। कहती हैं-धीरे-धीरे बिक्री और बढ़ेगी।
बाल मेला में रागी के लड्डू और हर्बल उत्पादों को पसंद कर रहे हैं लोग
