स्कोर संक्षेप:
इंग्लैंड: 110 रन (ब्रूक 41; नेसर 4/45, बोलैंड 3/30)।
ऑस्ट्रेलिया कुल बढ़त: 46 रन
बॉक्सिंग डे टेस्ट: पहले दिन 20 विकेट गिरे, इंग्लैंड फिर बैकफुट पर, ऑस्ट्रेलिया को 46 रन की बढ़त
मेलबर्न: मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) में खेले जा रहे
बॉक्सिंग डे एशेज टेस्ट के पहले दिन गेंदबाज़ों का दबदबा देखने को मिला।
रिकॉर्ड 94,119 दर्शकों की मौजूदगी में खेले गए इस मुकाबले में कुल 20
विकेट गिरे, जो 1901-02 के बाद एमसीजी पर एशेज टेस्ट के पहले दिन का सबसे
बड़ा आंकड़ा है। दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड पर 46 रन
की बढ़त हासिल कर ली।
पहले बल्लेबाज़ी करते हुए ऑस्ट्रेलियाई टीम
45.2 ओवर में 152 रन पर सिमट गई। इंग्लैंड के लिए जोश टंग ने शानदार
गेंदबाज़ी करते हुए 5 विकेट 45 रन देकर झटके, जबकि गस एटकिंसन को 2 विकेट
मिले। उस्मान ख्वाजा 50 से अधिक गेंदें खेलने वाले इकलौते
बल्लेबाज़ रहे। घरेलू परिस्थितियों में यह ऑस्ट्रेलिया की एशेज इतिहास की
सबसे छोटी पारियों में से एक रही। हालांकि इंग्लैंड इस मौके का
फायदा नहीं उठा सका। जवाब में इंग्लिश टीम की बल्लेबाज़ी एक बार फिर चरमरा
गई और पूरी टीम 110 रन पर ढेर हो गई।
शुरुआती झटकों में इंग्लैंड का स्कोर
16 रन पर 4 विकेट हो गया, जिसमें जो रूट बिना खाता खोले आउट हुए। कोई भी
इंग्लिश बल्लेबाज़ 40 से अधिक गेंदें नहीं खेल सका और केवल तीन बल्लेबाज़
ही पांच रन से आगे बढ़ पाए। इंग्लैंड की ओर से हैरी ब्रूक ने सबसे
ज्यादा 41 रन बनाए। उन्होंने 34 गेंदों में आक्रामक बल्लेबाज़ी करते हुए
दर्शकों को रोमांचित किया और ‘बाज़बॉल’ की झलक दिखाई, लेकिन उनकी यह पारी
ज्यादा देर तक नहीं टिक सकी। ऑस्ट्रेलिया के लिए माइकल नेसर ने 4 विकेट 45
रन देकर झटके, जबकि स्कॉट बोलैंड को 3 विकेट मिले।
दिन के अंत में
ऑस्ट्रेलिया को एक ओवर बल्लेबाज़ी करनी पड़ी, जहां स्कोर बिना नुकसान के 4
रन तक पहुंचा। स्कॉट बोलैंड ने पारी की शुरुआत की और एक मुश्किल कैच छूटने
के बाद चौका लगाकर दिन का खेल समाप्त किया। मैच ऐसी पिच पर खेला जा
रहा है, जहां करीब 10 मिमी घास छोड़ी गई है!
और बादलों से ढके मौसम ने सीम
गेंदबाज़ों को भरपूर मदद दी। हालात 2010 के बॉक्सिंग डे टेस्ट की याद दिला
रहे हैं। हालांकि इंग्लैंड के लिए टॉस जीतकर शुरुआत अच्छी रही, लेकिन
बल्लेबाज़ी की कमजोरी ने एक बार फिर उन्हें मुश्किल में डाल दिया। पहले दिन के खेल के बाद स्थिति साफ है—इंग्लैंड फिर दबाव में है और यह टेस्ट मैच शायद ज्यादा लंबे समय तक चलता हुआ न दिखे।





