बलौदाबाजार/रायपुर। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में बंद पडे़ पत्थर खदान
में किन्नर काजल के अंधे कत्ल की गुत्थी पुलिस ने सुलझाते हुए हत्याकांड
में पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया है। बलौदाबाजार पुलिस ने बुधवार देर
शाम इस हत्याकांड का खुलासा किया है। बलौदाबाजार एसपी विजय अग्रवाल ने
बताया कि किन्नर मठ का प्रमुख बनने के लिए काजल दावेदार थी। ऐसे में काजल
को रास्ते से हटाने के लिए इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया है। पुलिस ने
आरोपितों से साढ़े 10 लाख नकदी, एक आर्टिका कार, एक मोटरसाइकिल और चाकू
बरामद किया है। सभी आरोपितों को न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज
दिया गया है।
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार मठ की कुर्सी
के लिए मुंबई की तपस्या ने काजल किन्नर की हत्या करवायी। इसके लिए बकायदा
12 लाख रुपये की सुपारी भी दी गई थी । बलौदाबाजार पुलिस ने वारदात के 48
घंटे के भीतर इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए 5 आरोपित तपस्या किन्नर
उर्फ मोहम्मद इमरान भोईर 36 साल निवासी किन्नर भवन जोरा रायपुर, निशा
श्रीवास किन्नर 51 साल निवासी धरमपुरा सरकारी स्कूल रायपुर, हिमांशु बंजारे
28 साल निवासी मंदिरहसौद, कुलदीप कुमार कुरील 29 साल निवासी राजा तालाब
शिव मंदिर गली रायपुर और अंकुश चौधरी 28 साल निवासी शिव चौक राजा तालाब
रायपुर को गिरफ्तार किया है।
उल्लेखनीय है कि 18 नवंबर को
बलौदाबाजार जिले में ढाबाडीह गांव के बंद पडे़ पत्थर खदान में महिला की
लहूलुहान लाश मिली थी। शव के पास से डेढ़ लाख रुपये भी पुलिस ने बरामद किया
गया था। पुलिस की जांच में पता चला कि शव महिला की नहीं बल्कि किन्नर की
थी। जांच में शव ग्राम जोरा, रायपुर निवासी किन्नर काजल का होना पाया गया।
जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट तेलीबांधा थाने में दर्ज थी।
पुलिस की
जांच में यह सामने आया कि काजल किन्नर की हत्या की मुख्य वजह किन्नरों के
मठ की प्रमुख बनने की तपस्या किन्नर की इच्छा थी। तपस्या को मठ प्रमुख बनने
की राह में सबसे बड़ी चुनौती काजल किन्नर ही नजर आ रही थी। क्योंकि काजल
मठ की प्रमुख बनने की सभी उम्मीदों पर पानी फेर रही थी।इस वजह से तपस्या ने
काजल को रास्ते से हटाने की योजना बनाई।
पुलिस ने बताया है कि कि
किन्नरों के निवास भवन जोरा रायपुर में सभी किन्नर एक साथ रहते हैं। जिसमें
आरोपित तपस्या किन्नर मुंबई से आकर रह रही थी ।