शरीर में पर्याप्त मात्रा में खून रहना बेहद जरूरी है। खून का नाम सुनते ही
हमारे दिमाग में लाल रंग आता है। खून का लाल रंग मुख्य रूप से उसमें मौजूद
आयरन के कारण होता है। लेकिन क्या आपको मालूम है कि खून का स्वाद नमकीन
यानी कि खारा होता है। दरअसल मुझे भी इससे पहले यह नहीं मालूम था लेकिन
बीते दिनों मेरी होठ ड्राई होकर फट गई। इसमें से निकलने वाला खून मेरी
जुबान पर लगा तो मुझे लगा कुछ नमकीन जैसा स्वाद आ रहा है। तभी मेरे दिमाग
में यह ख्याल आना शुरू हो गया कि क्या सच में यह नमकीन होता है, अगर होता
भी है तो नमकीन ही क्यों, हम लोग तो मीठा भी खाते हैं। इस सवाल का जवाब
लेने के लिए मैं एक्सपर्ट के पास पहुंची। इसके लिए मैंने
एक्सपर्ट बताते हैं कि इसका मुख्य कारण है रक्त में पाई जाने वाली सोडियम
और क्लोराइड आयनों की उच्च मात्रा, जो सामान्य नमक यानी कि टेबल साल्ट में
पाए जाते हैं। ये इलेक्ट्रोलाइट्स शरीर के लिए बहुत ही जरूरी होते हैं,क्योंकि ये तरह संतुलन बनाए रखने और तंत्रिका व मांसपेशियों की गतिविधि को सक्षम बनाने में मदद करते हैं।
रक्त में सिर्फ सोडियम और क्लोराइड ही नहीं, बल्कि अन्य खनिज जैसे
पोटैशियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम भी पाए जाते हैं,जो रक्त के समग्र खनिज
स्वाद को बढ़ाते हैं। रक्त का प्लाज्मा,जो रक्त का तरल हिस्सा है, इन
खनिजों और नमक को शरीर के अलग अलग हिस्सों में पहुंचाने का काम करता है,यही
कारण है कि ये तत्व रक्त के स्वाद को प्रभावित करते हैं।