जोधपुर/रियाद,। भारत और सऊदी अरब के बीच सांस्कृतिक रिश्तों में एक
नया अध्याय जुड़ गया है। केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह
शेखावत और सऊदी अरब के संस्कृति मंत्री प्रिंस बद्र बिन अब्दुल्ला बिन
फरहान अल सऊद ने रियाद में सांस्कृतिक सहयोग पर एक ऐतिहासिक द्विपक्षीय
समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।
शेखावत ने कहा कि यह
एमओयू दोनों देशों के बीच कला, संगीत, साहित्य, विरासत और सांस्कृतिक
संरक्षण जैसे क्षेत्रों में सहयोग को नई दिशा देगा। इस समझौते के तहत दोनों
देशों के सांस्कृतिक संस्थानों के बीच संवाद बढ़ाने, सांस्कृतिक उत्सवों
और आयोजनों में भागीदारी को आसान बनाने और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण से
जुड़े अनुभवों के आदान-प्रदान को प्रोत्साहन दिया जाएगा।
सांस्कृतिक साझेदारी को बढ़ावा देने का संकल्प :
हस्ताक्षर
समारोह से पहले हुई द्विपक्षीय बैठक में दोनों देशों के संस्कृति
मंत्रियों ने सांस्कृतिक क्षेत्र में संयुक्त सहयोगात्मक गतिविधियों को
बढ़ावा देने के अपने संकल्प को दोहराया। केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि
भारत और सऊदी अरब के बीच सांस्कृतिक रिश्ते सदियों पुराने हैं। यह एमओयू न
केवल हमारी साझी विरासत को सशक्त करेगा, बल्कि भविष्य की सांस्कृतिक
साझेदारी के लिए एक मजबूत आधार तैयार करेगा।
प्रधानमंत्री मोदी की विजनरी पहल का परिणाम
केंद्रीय
मंत्री शेखावत ने कहा कि यह समझौता भारत-सऊदी अरब स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप
काउंसिल (एसपीसी) के तहत टूरिज्म और सांस्कृतिक सहयोग की नई गठित मंत्री
स्तरीय समिति की पहली बड़ी उपलब्धि है। इस समिति की घोषणा प्रधानमंत्री
नरेन्द्र मोदी के अप्रैल 2025 में जेद्दाह के राजकीय दौरे के दौरान की गई
थी। केंद्रीय मंत्री शेखावत और प्रिंस बद्र इस समिति के को-चेयर हैं और
रियाद में हुई यह बैठक समिति के गठन के बाद उनकी पहली द्विपक्षीय मुलाकात
थी।
संस्कृति से रिश्तों में नई मजबूती :
भारत और सऊदी अरब
ने लंबे समय से चले आ रहे ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक रिश्तों को नई ऊर्जा
देने की दिशा में यह बड़ा कदम उठाया है। दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमति
जताई कि यह एमओयू दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक संबंधों की रफ्तार को और
तेज करेगा और जन-से-जन जुड़ाव को मजबूत बनाएगा।

