जगदलपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज मंगलवार सुबह दंतेवाड़ा
पंहुचे जहां कारली हेलीपैड में भाजपा पदाधिकारियाें तथा कार्यकर्ताओं एवं
वरिष्ठ अधिकारियों ने आत्मीय स्वागत किया। मुख्यमंत्री साय ने इस दौरान
एंटी लैंड माइन व्हीकल का अवलोकन किया, साथ ही दन्तेश्वरी फाइटर्स की महिला
जवानों के साथ फोटो खिंचवाई। इस दौरान मुख्यमंत्री साय को दन्तेश्वरी
फाइटर्स के तृतीय लिंग जवान रानी मंडल ने पुष्प भेंटकर स्वागत किया। इस
मौके पर विधायक चैतराम अटामी, विधायक चित्रकोट विनायक गोयल तथा अन्य
जनप्रतिनिधियों सहित कमिश्नर बस्तर श्याम धावड़े, आईजी बस्तर रेंज सुंदरराज
पी. आयुक्त जनसम्पर्क मयंक श्रीवास्तव, कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी, पुलिस
अधीक्षक गौरव राय तथा जिला प्रशासन के अधिकारीगण मौजूद थे। इससे पूर्व
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय चित्रकाेट के कार्यक्रम के बाद बीती रात अचानक
सीआरपीएफ कैंप पहुंचने पर जवानों ने उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया।
सुरक्षा बल के जवानों द्वारा कैंप में रात्रि विश्राम करने के आग्रह पर
उन्होंने कैंप में रात्रि विश्राम भी किया, जिसके बाद आज सुबह दंतेवाड़ा
के लिए रवाना हाे गये। मुख्यमंत्री श्री साय ने सुरक्षाबलों के
जवानों से संवाद करते हुए कहा कि पिछले 11 महीनों के दौरान आप लोगों ने
जिस तरह नक्सली आतंक को खत्म करने की दिशा में ऐतिहासिक सफलताएं हासिल की
हैं, उसकी पूरे देश में प्रशंसा हो रही है। आप लोग परिवार से दूर रहकर और
सुख-सुविधाओं को त्याग कर बस्तर के विकास में जो योगदान दे रहे हैं, उससे
आप लोगों ने यहां के जनजातीय समुदायों के हृदय में अपने लिए हमेशा-हमेशा के
लिए जगह बना ली है। श्री साय बस्तर जिले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के
सेडवा कैंप में जवानों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्हाेने कहा कि जब मैं
बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक में चित्रकोट आया था, तो
मेरी बड़ी इच्छा थी कि मैं आप सब जवानों से मिलूं। पिछले 11 महीनों में
छत्तीसगढ़ में नक्सल मोर्चे पर जो सफलता मिली है, उसमें आप सभी का अत्यधिक
महत्वपूर्ण योगदान है। मैं आप सभी के साहस को नमन करता हूं। नक्सल अभियान
में आप सभी को जो सफलता मिल रही है, उसकी पूरे देश में प्रशंसा हो रही है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से जब भी मेरी मुलाकात होती है तो वे नक्सल
अभियान में छत्तीसगढ़ को मिल रही सफलता का जिक्र जरूर करते हैं। गृहमंत्री
अमित शाह का नक्सल ऑपरेशन में सतत मार्गदर्शन और सहयोग मिलता रहा है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि बस्तर में हमने नक्सलवाद को वर्ष 2026 तक
समूल नष्ट करने का संकल्प लिया है। हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और
गृहमंत्री अमित शाह का भी यही संदेश है। बस्तर में पुलिस और सुरक्षा
बलों के जवानों ने अल्प अवधि में ही 200 से ज्यादा नक्सलियों को ढेर कर
दिया है। 740 से ज्यादा माओवादी कैडर्स ने आत्मसमर्पण कर दिया है। वे हिंसा
त्याग कर लोकतंत्र की मुख्य धारा में शामिल हो गए हैं। शासन ने हिंसा का
त्याग करने वाले नक्सलियों के पुनर्वास के लिए ऐसी नीति बनाई है कि आने
वाले दिनों में और भी बड़ी संख्या में नक्सली आत्मसमर्पण करेंगे।