भोपाल,। मध्य प्रदेश में घर-घर जाकर बच्चों के स्वास्थ्य की जाँच
के लिए आज यानी कि मंगलवार से घर-घर जाकर बच्चों के स्वास्थ्य की निशुल्क
जाँच का महा अभियान “दस्तक सह स्टॉप डायरिया” शुरू होने जा रहा है। इसका
शुभारंभ राज्य के उप-मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल प्रदेश की राजधानी भोपाल
में प्रातः 11 बजे करेंगे। इस दौरान लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा
राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल भी उपस्थित रहेंगे।
उल्लेखनीय
है कि बाल्यकालीन बीमारियों की पहचान एवं त्वरित उपचार/रेफरल सुनिश्चित
करने के लिए प्रदेश में प्रतिवर्ष दस्तक अभियान संचालित किया जाता है।
अभियान का प्रमुख उद्देश्य बाल मृत्यु प्रकरणों में कमी लाना है। वर्ष
2024-25 में दस्तक सह स्टॉप डायरिया अभियान 25 जून से 31 अगस्त 2024 तक
चलेगा।
बच्चों में स्वास्थ्य विसंगतियों का चिन्हांकन कर किया जाएगा प्रबंधन
दस्तक
अभियान के अन्तर्गत बीमार नवजातों और बच्चों की पहुँच, प्रबंधन एवं रेफरल
एवं अस्पताल से छुट्टी प्राप्त बच्चों का फोलोअप किया जाएगा। 9 माह से 5
वर्ष के बच्चों में विटामिन ‘ए’ की खुराक का अनुपूरण और 0 से 5 आयु वर्ष के
बच्चों में दस्त की पहचान एवं नियंत्रण के लिये ओ.आर. एस. एवं जिंक का
वितरण स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा किया जाएगा। इसके साथ ही 0-5 आयु वर्ष
के बच्चों में निमोनिया, जन्मजात विकृतियों एवं वृद्धि विलम्ब, गंभीर
कुपोषण की त्वरित पहचान और प्रबंधन का कार्य किया जाएगा।
इस
संबंध में राज्य सूचना के अधिकारी अंकुश मिश्रा ने बताया कि छह माह से
पांच वर्ष के बच्चों में गंभीर अनीमिया की स्क्रीनिंग एवं प्रबंधन के साथ
शिशु एवं बाल आहारपूर्ति सम्बन्धी समझाइश समुदाय को दी जाएगी। आंशिक रूप से
टीकाकृत बच्चों या टीकाकरण से छूटे बच्चों की स्थिति की जानकारी लेकर
आवश्यक निदानात्मक कार्रवाई की जाएगी। वहीं, उनका कहना यह भी है कि इस
दौरान पांच वर्ष तक के बच्चों में श्रवण बाधिता और दृष्टिदोष की पहचान एवं
उपचार का कार्य किया जाएगा। समस्त चिन्हांकित अनीमिक बच्चों में सिकल सैल
अनीमिया की पहचान की जाकर उपयुक्त व्यवस्था की जाएगी।
मप्र:"दस्तक सह स्टॉप डायरिया" अभियान आज से, घर-घर जाकर होगी बच्चों के स्वास्थ्य की जाँच
