भोपाल, मध्य प्रदेश की सभी ऐतिहासिक इमारतें आज विश्व बाल
दिवस के अवसर पर नीली रोशनी से जगमग होंगी। बाल अधिकारों के मुद्दे पर
जागरुकता बढ़ाने के लिए ऐतिहासिक इमारतें अंतरराष्ट्रीय संस्था यूनिसेफ की
ब्लू थीम में रंगी नजर आएंगी। इसे लेकर यूनिसेफ ने मध्य प्रदेश के पर्यटन
विभाग और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के साथ साझेदारी की है।
गौरतलब
है कि हर साल 20 नवंबर को विश्व बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। विश्व
बाल दिवस मनाने की शुरुआत 1954 से हुई। पहली बार यूनिवर्सल बाल दिवस 20
नवंबर 1954 को मनाया गया। इसके बाद से यह दिन बाल दिवस के लिए निर्धारित हो
गया और प्रतिवर्ष इस दिन यूनिवर्सल बाल दिवस मनाया जाने लगा। यूनिसेफ,
नागरिक संस्था संगठन (सीएसओ) इस दिन और सप्ताह को बाल अधिकार सप्ताह के रूप
में मनाते हैं।
विश्व बाल दिवस पर दुनियाभर में स्कूल और ऐतिहासिक
इमारतों को नीले रंग की रोशनी से सजाया जाता है। यूनिसेफ की वेबसाइट के
अनुसार, नीले रंग से रोशन की गई ऐतिहासिक इमारतों में भारत का राष्ट्रपति
भवन, ग्रीस का एक्रोपोलिस, एम्पायर स्टेट बिल्डिंग (न्यूयॉर्क), अल नूर
मस्जिद (न्यूजीलैंड), बेल्जियम में यूरोपीय संसद, शंघाई टॉवर (चीन),
इथियोपिया में हाउस ऑफ पीपुल्स रिप्रेजेंटेटिव्स आदि शामिल हैं।
यूनिसेफ
मध्य प्रदेश के संचार विशेषज्ञ अनिल गुलाटी ने बताया कि सर्वत्र नीला
विश्व बाल दिवस की एक थीम है, जिसक अर्थ बाल अधिकारों के लिए खड़ा होना है।
विश्व बाल दिवस पर सर्वत्र नीला यूनिसेफ के बाल-अधिकारों के लिए खड़े होने
के संकल्प का प्रतीक है। यूनिसेफ और बाल-अधिकारों के समर्थन में मध्य
प्रदेश की इमारतों को नीले रंग में रंगा गया है। इस दिन नीले रंग की रोशनी
से भारत का राष्ट्रपति भवन भी जगमगाता है।
उन्होंने बताया कि विश्व
बाल दिवस के अवसर पर यूनिसेफ का “गो ब्ल्यू” अभियान लोगों को नीला पहनने,
अपनी ऑनलाइन प्रोफाइल बदलने और बच्चों के अधिकारों के समर्थन में याचिका पर
हस्ताक्षर करने के लिए प्रेरित करता है। यह अभियान एक ऐसी दुनिया की मांग
करता है, जहां हर बच्चा सुरक्षित और समर्थित हो, और अपने दैनिक जीवन में
नीले रंग को शामिल करे।
विश्व बाल दिवस के उपलक्ष्य में भोपाल में
जागरण लेकसिटी यूनिवर्सिटी का पिरामिड नीला किया गया है। वहीं, धार जिले के
मांडू में जहाज महल (शिप पैलेस) को भी नीले रंग से रोशन किया गया है। इसके
अलावा भोपाल का रानी कमलापति स्टेशन, कुशाभाऊ ठाकरे सभागार, मध्य प्रदेश
पर्यटन विभाग की सभी संपत्तियां और एएसआई के विरासत स्थल भी नीले रंग से
जगमग नजर आएंगे।