नई
दिल्ली। 'गांधी जयंती' के दिन नई दिल्ली के कनॉट प्लेस
स्थित रीगल बिल्डिंग के प्रमुख खादी भवन ने पहली बार 2 करोड़ 1 लाख 37
हजार रुपये मूल्य के खादी एवं ग्रामोद्योग उत्पादों की सर्वाधिक बिक्री
दर्ज की है। यह देश के किसी भी खादी स्टोर की तुलना में खादी एवं
ग्रामोद्योग के इतिहास में सर्वाधिक रिकॉर्ड है।
केंद्रीय सूक्ष्म,
लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय के खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) के
अध्यक्ष मनोज कुमार ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि 29 सितंबर को 'मन
की बात' के 114वें एपिसोड में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशवासियों
से त्योहारी सीजन के दौरान 'वोकल फॉर लोकल' अभियान के तहत 'मेड इन इंडिया'
और स्थानीय उत्पाद खरीदने की अपील की थी। इससे लोगों पर काफी असर पड़ा है।
उनकी अपील का ही परिणाम है कि बीते वर्षों में हर साल गांधी जयंती पर खादी
और ग्रामोद्योग उत्पादों की बिक्री का एक नया रिकॉर्ड बना है, जो दर्शाता
है कि 'चरखा क्रांति' अब खादी एवं ग्रामोद्योग उत्पादों की बिक्री की
'गारंटी' बन गई है।
आंकड़ों के अनुसार गांधी जयंती पर दिल्ली के
कनॉट प्लेस स्थित खादी भवन में 2.01 करोड़ रुपये के खादी एवं ग्रामोद्योग
उत्पाद बेचे गए, जिसमें 67.32 लाख रुपये की कॉटन खादी, 44.75 लाख रुपये की
सिल्क खादी, 7.61 लाख रुपये की ऊनी खादी, 1.87 लाख की पॉली खादी, 65.09 लाख
रुपये की रेडीमेड खादी शामिल है। इसके अलावा 12.29 लाख रुपये के
ग्रामोद्योग उत्पाद और 2.44 लाख रुपये के हस्तशिल्प उत्पाद भी शामिल हैं।
पिछले साल की तुलना में इस बार कॉटन खादी की सबसे ज्यादा बिक्री हुई। वर्ष
2023 में जहां 26.89 लाख की सूती खादी की बिक्री हुई, वहीं इस बार यह
150.35 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 67.32 लाख रुपये पर पहुंच गई। रेडीमेड
मर्चेंडाइज की बढ़ती बिक्री इस बात का प्रतीक है कि युवा खादी को तत्परता
से अपना रहे हैं।