ऋषिकेश,। वन क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश गम्भीर सिंह धमान्दा ने वन्यजीव
प्रभावित खड़क माफ क्षेत्र का निरीक्षण किया। उनके साथ जिला गंगा सुरक्षा
समिति के नामित सदस्य पर्यावरणविद विनोद जुगलान भी थे।
जिला गंगा
सुरक्षा समिति के नामित सदस्य जुगलान ने समिति की बीते माह हुई मासिक बैठक
में खड़क माफ क्षेत्र में वन विभाग से सम्बंधित समस्याओं के सन्दर्भ में
प्रभागीय वनाधिकारी को अवगत कराया था। उन्होंने गंगा एवं सौंग नदी के संगम
के समीप बाढ़ नियंत्रण की कार्यदायी संस्था सिंचाई विभाग ने खेत सुरक्षा को
सुरक्षा तटबन्ध का निर्माण कराया है। साथ ही वनविभाग की ओर से भी वन्यजीवों
से फसल सुरक्षा की सौर ऊर्जा बाड़ स्थापित की गई है। इसके बावजूद यहां लगभग
40 से 50 मीटर क्षेत्र सुरक्षा बाढ़ से छूट गया है। परिणामस्वरूप यहाँ से
वन्यजीव खेतों में प्रवेश कर फसल को भारी क्षति पहुंचा रहे हैं। उन्होंने
कहा कि उक्त क्षेत्र पर सुरक्षा दीवार का निर्माण करा देने से किसानों की
समस्या का हल हो सकेगा।
इस समस्या के निस्तारण को डीएफओ देहरादून ने
वन क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश को समिति सदस्य के साथ भौतिक निरीक्षण कर
रिपोर्ट देने को कहा है। समिति सदस्य ने बताया कि इससे पूर्व लक्कड़ घाट के
समीप प्रस्तावित साढ़े पांच एमएलडी एसटीपी सहित वन विभाग के प्लांटेशन को
बाढ़ से सुरक्षा को भी तटबन्ध निर्माण स्थल का भौतिक सर्वे किया गया है।
यहां लगभग साढ़े तीन सौ मीटर लंबा सुरक्षा तटबन्ध बनाना होगा ताकि वर्षात
में गंगा जी की बाढ़ के पानी से नमामि गंगे योजना के तहत सरकारी परियोजना
प्रभावित न हो सकें।
इस मौके पर वन क्षेत्राधिकारी जीएस
धमान्दा,उपराजिक अधिकारी चन्द्र शेखर भट्ट,वनबीट अधिकारी ईश्वर सिंह,
वनकर्मी मनोज कुमार भोला,पीआरडी सोहन सिंह आदि उपस्थित रहे।
वन क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश ने वन्यजीव प्रभावित खड़क माफ क्षेत्र का किया निरीक्षण
