मुंबई। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की टीम ने मुंबई में रह
रहे एक अमेरिकी नागरिक से चार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने वाले आरोपित
को गिरफ्तार किया है। आरोपित की पहचान विष्णु राठी के रूप में हुई है।
सीबीआई की टीम ने धोखाधड़ी के इस मामले में मुंबई में सात ठिकानों पर
छापेमारी भी की। टीम को आरोपित के पास से 100 ग्राम की 57 सोने की छड़ें,
16 लाख रुपये नकद, मोबाइल फोन, क्रिप्टोकरेंसी के लिए इस्तेमाल किया गया
लैपटॉप, लॉकर विवरण और अन्य दस्तावेज मिले। अन्य आरोपितों की तलाश सीबीआई
टीम कर रही है।
सीबीआई सूत्रों के अनुसार विष्णु राठी ने तकनीकी
सहायक होने का दावा कर एक अमेरिकी नागरिक से 4.5 लाख अमेरिकी डॉलर (तीन
करोड़ 77 लाख रुपये) की ठगी की थी। इसका इनपुट अमेरिका की जांच एजेंसी
फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन यानी एफबीआई ने सीबीआई को दिया था। इसके बाद
सीबीआई की ओर से साइबर अपराधियों के खिलाफ 'ऑपरेशन चक्र 3' शुरू किया गया।
एफबीआई से मिली जानकारी के बाद जांच में पता चला कि बूलियन
समर्थित साइबर अपराध नेटवर्क 2022 से विदेश में रहने वाले लोगों को निशाना
बना रहा था। आरोपित विष्णु राठी ने जून और अगस्त 2022 के बीच एक अमेरिकी
नागरिक के कंप्यूटर और बैंक खाते तक अनधिकृत रिमोट एक्सेस प्राप्त किया।
फिर आरोपित ने तकनीकी सहायता की आड़ में सिस्टम हैक कर बैंक का पैसा अपने
नाम कर लिया। राठी ने अमेरिकी को अपने क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट में 453,953
अमेरिकी डॉलर ट्रांसफर करने के लिए कहा था। इसके बाद आरोपित ने धोखाधड़ी से
रकम अपने क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट में ट्रांसफर कर लिया था। इसकी जानकारी
मिलने पर अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई ने सीबीआई को इनपुट दिया था, जिससे
सीबीआई ने आरोपित विष्णु राठी को गिरफ्तार कर लिया है। मामले की गहन छानबीन
जारी है।