रांची। दुर्गा पूजा के दूसरे दिन शुक्रवार को भी
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रांची के लोगों को एक बड़ी सौगात दी।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बहुप्रतीक्षित कांटाटोली ओवरब्रिज का उद्घाटन
किया।
माैके पर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि सभी के सहयोग,
सहभागिता एवं राज्य सरकार की प्रतिबद्धता से ही योगदा सत्संग
आश्रम-बहुबाजार-कांटा टोली-शांतिनगर, कोकर फ्लाईओवर के निर्माण का रास्ता
साफ हो सका। इस कार्य के लिए मैं वैसे सभी लोगों के प्रति आभार एवं धन्यवाद
प्रकट करता हूं, जिन्होंने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से अपना सहयोग
दिया है। रांची शहर में कोई भी मूलभूत सुविधा का निर्माण चुनौतीपूर्ण होता
है। जब तक सभी का सहयोग प्राप्त न हो तब तक निर्माण कार्य करना आसान नहीं
होता है। आज इस फ्लाईओवर के प्रारंभ होने से राजधानीवासियों को आए दिन होने
वाली ट्रैफिक समस्या से निजात मिलेगी। हमारी सरकार सभी प्रकार की मूलभूत
सुविधाओं को निरंतर सुदृढ़ और मजबूत कर रही है। आने वाले दिनों में राज्य
के कई जगहों पर सड़क और फ्लाईओवर निर्माण के कार्य किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री
ने कहा कि शहर में जिस तरह से विभिन्न कार्यों से लोगों का आवागमन बढ़ रहा
है, उसी प्रकार यातायात की भी चुनौती भी बढ़ रही है। मूलभूत व्यवस्थाओं
में सड़कों के जाल के अतिरिक्त और कई चीजें हैं, उन सभी चीजों को हमें
व्यवस्थित करने की आवश्यकता है। शहर की यातायात व्यवस्था सुगम करना राज्य
सरकार की प्राथमिकता है। राजधानी रांची में ट्रैफिक व्यवस्थाओं को निरंतर
सुगम और सुलभ बनाने को लेकर हमारी सरकार प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही
है। मुख्यमंत्री शुक्रवार काे संत पॉल कैथेड्रल मैदान, सिरमटोली, रांची
में पथ निर्माण विभाग तथा नगर विकास एवं आवास विभाग द्वारा आयोजित "योगदा
सत्संग आश्रम-बहुबाजार-कांटा टोली-शांतिनगर, कोकर फ्लाईओवर, रांची परियोजना
(लम्बाई-2240 मी.), सहजानन्द चौक-जज कॉलोनी फ्लाईओवर, सिरमटोली-कांटाटोली
कनेक्टिंग फ्लाईओवर, बिरसा चौक-धुर्वा गोल चक्कर 4 लेन पथ तथा मटकुरिया
फ्लाईओवर एवं कांको चौक-विनोद बिहारी चौक-गोल बिल्डिंग 8-लेन पथ, धनबाद
सहित कुल 31 परियोजनाओं के उद्घाटन-सह-शिलान्यास कार्यक्रम काे संबाेधित
कर थे।
विकास कार्यों में सभी की सहभागिता जरूरी
मुख्यमंत्री
ने कहा कि कई मायनों में देखें तो यह बहुत स्पष्ट रूप से दिखाई देता है कि
कानून भी हम जैसे लोग बनाते हैं और कानून हम जैसे लोग ही तोड़ते हैं। यह
हमसभी को स्वीकार करने की जरूरत है कि अपने कर्तव्य का निर्वहन ईमानदारी के
साथ करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि साफ-सफाई की समस्या हो, आवागमन की समस्या
या बात अपने गली-मोहल्ले की हो, ढेर सारी समस्याएं ऐसी हैं जिसे हमसभी लोग
मिलजुलकर आपसी सहभागिता से सुधार सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि
कभी-कभी लोग अपने ही हाथों से कुछ नुकसान कर बैठते हैं, जिसका असर पूरी
व्यवस्था पर होता है। मैं किसी की शिकायत नहीं कर रहा हूं लेकिन लोहे की
भार से रांची स्थित ऐतिहासिक पहाड़ी मंदिर में बड़ा झंडा लगाया गया, जिस
कारण पहाड़ी मंदिर का अस्तित्व खतरे में आ गया। इसलिए हमें पूरे वैज्ञानिक
रूप से चीजों को समझने और जानने की जरूरत है ताकि उसका नफा-नुकसान का आकलन
कर कार्यों को अंजाम दी जा सके।
चुनौतीपूर्ण कार्यों को भी पूरा कर रही हमारी सरकार
मुख्यमंत्री
ने कहा कि कभी-कभी लोग बेवजह जगह अतिक्रमण करने लगते हैं। सरकार की
संपत्तियों को नुकसान पहुंचाते हैं। सरकार की संपत्ति विशेष रूप से जनता की
संपत्ति है, इसका मतलब यह नहीं है कि हम उसे इस कदर बर्बाद कर दें कि वह
किसी काम का न रहे। इन सभी बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। मुख्यमंत्री
ने कहा कि यह फ्लाईओवर आने वाले समय 5 किलोमीटर का होने जा रहा है। अभी
सिरमटोली चौक के पास एक ऐसा पुल हमलोग बना रहें हैं, जो देश के इतिहास में
रेलवे क्रॉसिंग पर इस तरह का पुल शायद ही देखने को मिले।
मुख्यमंत्री
ने कहा कि यह कार्य बहुत ही चुनौती भरा है लेकिन राज्य सरकार के प्रयास से
यह सभी कार्य हो रहें हैं। आने वाले दो-तीन महीने के अंदर
कांटाटोली-सिरमटोली-मेकॉन चौक तक बनाए जा रहे फ्लाईओवर निर्माण कार्य पूरा
हो जाएगा तथा रांचीवासियों की सेवा में समर्पित रहेगा। मुख्यमंत्री ने कहा
कि आज शिलान्यास हो रहे दो और महत्वपूर्ण फ्लाईओवर का निर्माण कार्य अगले
डेढ़ वर्ष में बनकर तैयार हो जाएगा।
पर्यावरण संरक्षण के साथ विकास कार्यों को दे रहे गति
हेमन्त
सोरेन ने कहा कि आम नागरिकों की सुविधाओं को देखते हुए हमारी सरकार एक
सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ रही है। राज्य में मूलभूत सुविधाओं को निरंतर
सुदृढ़ और मजबूत किया जा रहा है। हमारी सरकार वर्तमान के साथ-साथ भविष्य
का ख्याल रखते हुए विकास कार्यों को गति देने का काम कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रांची शहर का क्षेत्रफल सीमित है उसी प्रकार पूरे
झारखंड का क्षेत्रफल भी सीमित है। विकास कार्य भी इसी अनुरूप करने होंगे।
विकास के रास्ते पर चलते हुए हम रांची या फिर पूरे राज्य के क्षेत्रफल को
बढ़ा नहीं सकते हैं, बल्कि विकास की गतिविधियों से उसे घटा जरूर सकते हैं।
मैं बार-बार कहता हूं शहर में हम बड़े-बड़े बिल्डिंग बना रहे हैं लेकिन
बिल्डिंग खड़ा करने के रेस में पेड़-पौधे भी बड़ी तेजी से काटे जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण को सुरक्षित रखना होगा नहीं तो आने वाले
दिनों में मनुष्य जीवन को बहुत मुसीबत का सामना करना पड़ेगा। विकास के
पैमाने को खींचते-खींचते कहीं हम पर्यावरण को नुकसान न करें, यह सुनिश्चित
करनी होगी। इन चीजों पर विशेष ध्यान रखने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री
ने कहा कि कोई भी योजना विभाग ले तो पहले पर्यावरण की क्षतिपूर्ति को कैसे
पूरा किया जाए, इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। सड़क के नाम पर,
रेलवे लाइन के नाम पर अनगिनत पेड़ काटे जाते हैं लेकिन लगाने के नाम पर
खाना पूर्ति की जाती है। इसलिए हम सभी का यह कर्तव्य है कि हम पर्यावरण की
रक्षा करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब शहरों का कूड़ा-करकट गांव की ओर नहीं
डालना होगा। अब हमें भी सचेत रहना होगा। बड़े कॉलोनी तथा सोसाइटी बना रहे
हैं। सभी सोसाइटी और कॉलोनी में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट की व्यवस्था किया
जाए। मैं विभाग से इसके लिए शीघ्र आदेश जारी करने को कहूंगा।
मुख्यमंत्री ने इन परियोजनाओं की दी सौगात
मुख्यमंत्री
ने जुडको लि. के जरिए राजधानी रांची में राज्य निधि अन्तर्गत योगदा
सत्संग आश्रम, बहुबाजार से 'शांतिनगर, कोकर (वाया कांटाटोली चौक) तक राज्य
में सेगमेंटल बॉक्स गर्डर प्रणाली से निर्मित प्रथम फ्लाईओवर परियोजना
(लम्बाई 2240 मी., लागत राशि रू. 224.94 करोड़) का उद्घाटन, कांको विनोद
बिहारी चौक-गोल बिल्डिंग भाया मेमकों मोड़ 8-लेन पथ (परियोजना लागत 461.90
करोड़) का उद्घाटन, बिरसा चौक से धुर्वा गोलचक्कर स्मार्ट पथ (परियोजना
लागत 47.33 करोड़) का उद्घाटन, सिरमटोली-मेकॉन चौक-कांटाटोली कनेक्टिंग
फ्लाईओवर (परियोजना लागत 213.35 करोड़) का शिलान्यास, रांची शहर अंतर्गत
सहजानन्द चौक-कांके रोड फ्लाईओवर (परियोजना लागत 430.75 करोड़) का
शिलान्यास सहित पथ निर्माण विभाग की अन्य 25 योजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास
कार्य सम्पन्न हुआ।
इस अवसर पर रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ,
मंत्री बन्ना गुप्ता, सांसद महुआ माजी, विधायक सीपी सिंह, विधायक राजेश
कच्छप, विधायक कल्पना सोरेन, प्रधान सचिव पथ निर्माण विभाग सुनील कुमार,
योगदा मठ आश्रम के स्वामी ईश्वरानंद, संत पॉल के फादर एस डेविड सहित अन्य
गणमान्य लोग तथा बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित थे।