रांची,। डीजीपी अनुराग गुप्ता से प्रेस क्लब के प्रतिनिधिमंडल
ने बुधवार को मुलाकात की। इस दौरान पत्रकारों की समस्याओं के समाधान के लिए
मांग पत्र सौंपा । डीजीपी को दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि राज्य में
पत्रकारिता का गौरवशाली इतिहास रहा है।
यहां के पत्रकारों नें तमाम
चुनौतियों के बावजूद पूरी निष्ठा के साथ लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ का मान
बढ़ाया है। बावजूद राज्य के पत्रकार कई समस्याओं का सामना कर रहे हैं।
डीजीपी ने ज्ञापन के बाद प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि सम्बंधित मांगों पर सकारात्मक रूप से कार्रवाई की जाएगी।
डीजीपी
को ज्ञापन सौंपने वालों में 'द रांची प्रेस क्लब' के उपाध्यक्ष धर्मेंद्र
गिरी, कोषाध्यक्ष कुबेर सिंह, मैनेजिंग कमेटी सदस्य आरजे अरविंद, मोनू
कुमार और विजय मिश्रा प्रमुख रूप से शामिल थे।
डीजीपी से मिला रांची प्रेस क्लब का प्रतिनिधिमंडल, पत्रकारों पर फर्जी मुकदमें रोकने की मांग

पत्रकारहित
में राज्य के सभी पत्रकारों के आस्था का केंद्र बने 'द रांची प्रेस क्लब'
के प्रतिनिधिमंडल ने कई समस्याओं की ओर डीजीपी का ध्यान आकृष्ट कराया।
इनमें प्रमुख रूप से सम्पूर्ण झारखंड में पत्रकारों पर दर्ज कराए गए झूठे
मामले की एसआईटी के जरिये जांच करवा कर उन्हें न्याय दिलाया जाय। पत्रकारों
को उनकी मुखर पत्रकारिता की कीमत चुकानी पड़ रही है। ज्ञापन में कहा गया
है कि सम्बंधित मामलों की जांच करवा कर उन्हें फ़र्ज़ी मुकदमों से बरी करवाया
जाए। साथ ही राज्य में छतीसगढ़, महाराष्ट्र और अन्य राज्यों की तरह पत्रकार
सुरक्षा क़ानून लागू करने की दिशा में पहल की जाय।
राज्य के हर थाने में
पीड़ितों के आवेदन का रिसीविंग देने की प्रक्रिया कड़ाई से लागू किया जाए।
ज्ञापन में कहा गया है कि ऐसे कई मौके आए है जब रसूख वाले लोग पत्रकारों की
आवाज दबाने के लिए झूठे रंगदारी, मारपीट जैसे मुकदमे दर्ज कराते हैं,
पुलिस और थाना भी रसूखदारों के इशारे पर ही काम करती है। ऐसे मामलों को
दर्ज करने से पूर्व पुलिस द्वारा पूरी सत्यता को सतर्कता से जांच सुनिश्चित
करने के निर्देश आपके स्तर से दिए जाएं। साथ ही क्लब के प्रतिनिधिमंडल ने
डीजीपी से आग्रह किया कि झारखंड पुलिस और प्रेस क्लब के संयुक्त तत्वाधान
में साइबर क्राइम और विभिन्न विषयों पर क्लब में वर्कशॉप का भी आयोजन किया
जाए।