रांची। रांची विश्वविद्यालय स्थित दीक्षांत मंडप में रविवार
को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) की ओर से “छात्र गर्जना”
कार्यक्रम आयोजित किया गया।
छात्र गर्जना कार्यक्रम का शुभारंभ
एबीवीपी के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ला, प्रदेश उपाध्यक्ष
विनोद एक्का, प्रदेश मंत्री सौरभ झा सहित सभी प्रदेश सह मंत्री ने एक साथ
परम वंदनीय मां सरस्वती और युवाओं के प्रेरणा स्रोत स्वामी विवेकानंद के
चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित कर किया।
इस कार्यक्रम
को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि यह
लड़ाई झारखंड की इज्जत और आबरू को बचाने की है,यह लड़ाई बहन बेटियों की
सम्मान की है,यह लड़ाई नौजवानों के रोजगार के लिए है और इस लड़ाई को लड़ने
का काम परिषद का एक-एक कार्यकर्ता करेगा।इस शासन काल में युवा खफा है
क्योंकि हेमंत सरकार बेवफा है , उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार यह युवाओं का
सैलाब आपसे हिसाब मांगने आई है। उन्हाेंने कहा कि हेमंत सरकार की खोखली
नीतियों को सामने लायेंगे। यह युवा तरुणाई झारखंड के कोने कोने से आकर
छात्र, युवा और सामाजिक समस्याओं का समाधान मांगने एवं 5 साल का हिसाब
मांगने आई है । यहां से जाकर विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता झारखंड के
गांव-गांव जाकर के सरकार के विधायक , मंत्री और कार्यकर्ताओं से पूछने का
काम करेंगे। वर्तमान की झारखंड मुख्यमंत्री सरकार में पिछले पांच वर्षों
में कितने युवाओं को रोजगार दिया और कितने बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता
देने का काम किया।
उन्होंने कहा कि यह काला दस्तावेज चीख–चीख कर यह
बता रहा है कि पिछले पांच वर्षों में झारखंड में केवल दो लोगों का है विकास
हुआ एक हेमंत सोरेन के भाई बसंत सोरेन और दूसरा हेमंत सोरेन की पत्नी
कल्पना सोरेन का,बाकी झारखंड के माटी में उपजित आदिवासी छात्र,
युवा,किसान,मजदूर सभी को केवल छला ही गया है।
मौके पर प्रदेश मंत्री
सौरभ झा ने कहा कि आज की वर्तमान सरकार को मईयां सम्मान योजना नहीं
मईयां बचाओ योजना कार्यक्रम करने की आवश्यकता है,क्योंकि जिस प्रकार झारखंड
में पिछले पांच वर्षों में बेटी,बहन और महिलाओं के इज्जत आबरू के साथ
निर्ल्लज तरीके से खिलवाड़ किया गया है। वह झारखंड की सत्ता के लिए शर्म
करने की बात है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से संथाल परगना का डेमोग्राफी
तेजी से चेंज हो रहा है ,लव जिहाद,लैंड जिहाद की आड़ में झारखंडी अस्मिता
और संस्कृति को अंदर ही अंदर सरकारी संरक्षण प्रदान कर खोखला करने का काम
किया जा रहा है उससे झारखंड को बचाने का का काम परिषद कार्यकर्ता ही
करेंगे।
उन्होंने कहा कि आगामी 25 तारीख हम सभी छात्र कार्यकर्ता
अपने जिले केंद्र पर हजारों की संख्या में छात्रों के साथ कार्यक्रम करेंगे
और वहां के शासक प्रशासक को यह काला दस्तावेज देते हुए वर्तमान झारखंड
सरकार की निकम्मी नीति और खोखली नीति को समाज के बीच रखने का प्रयास
करेंगे।
इस दौरान छात्र गर्जना सह काला दस्तावेज का विमोचन भी किया
गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रांत प्रमुख डॉ. पंकज कुमार, अखिल
भारतीय जनजातीय छात्र कार्य प्रमुख प्रमोद राऊत,प्रदेश संगठन मंत्री नीलेश
कटारे,प्रांत कार्यालय मंत्री शुभम पुरोहित,कार्यक्रम संयोजक विशाल सिंह
सहित हजारों की संख्या में पूरे प्रदेश भर के छात्र–छात्राएं उपस्थित थे।