हजारीबाग,। हजारीबाग के पूर्व सांसद और झारखंड विस्थापित संघर्ष मोर्चा
के अध्यक्ष भुवनेश्वर प्रसाद मेहता ने कहा कि झारखंड राज्य में जल जंगल
जमीन की लूट और विस्थापन के खिलाफ उलगुलान होगा। खुलेआम गैरमजारूआ जमीन एवं
जंगल की जमीन की लूट हो रही है जिस पर जिला प्रशासन एवं राज्य सरकार
तमाशाबीन बने हुए हैं। मेहतना शनिवार को हजारीबाग स्थित पार्टी कार्यालय
में पत्रकार सम्मेलन में कहा कि केवल हजारीबाग में 25 हजार एकड़ जमीन से
अधिक जमीन और वन विभाग की जमीन की लूट हुई है।
उन्होंने कहा कि आज
से पिछले 4 वर्ष पूर्व 500 एकड़ जमीन वन विभाग की जमीन पास हुआ था लेकिन आज
तक विभाग मौन है कोई कार्रवाई नहीं करती है। जिले के बड़कागांव और
केरेडारी, सदर, कटकमदाग हजारीबाग के आसपास के गांव में खास महल के लगभग 20
हजार एकड़ जमीन की लूट हुई है। इस संबंध में कई जांच हुई, जांच की फाइलें
जिला प्रशासन के कार्यालय और राज्य सरकार के दफ्तर में दबी रह गई।
किसी प्रकार की कोई कार्रवाई आज तक देखने को नहीं मिली है। एनटीपीसी
बड़कागांव के पकरी बरवाडीह कोल माइंस में यहां अवैध बंदोबस्ती का एसआईटी
जांच कमेटी का गठन हुआ और जांच कमेटी ने जो रिपोर्ट में लिखा 3000 करोड़
रुपए से अधिक गैर मजरूआ बंदोबस्ती का भुगतान हो चुका है।