लखनऊ । 2019 के आम चुनाव में प्रदेश में दूसरी सबसे बड़ी जीत
फतेहपुर सीकरी के मौजूदा सांसद राजकुमार चाहर के नाम दर्ज है। बुलंद दरवाजे
के लिए विश्व प्रसिद्ध फतेहपुरी सीकरी संसदीय सीट से भाजपा ने दूसरी बार
राजकुमार चाहर को मैदान में उतारा है। चाहर के सामने पिछले चुनाव में मिली
बुलंद जीत को और बुलंद करने की चुनौती है। बता दें, 2019 के चुनाव में
प्रदेश में सबसे बड़ी जीत गाजियाबाद से भाजपा प्रत्याशी वी0के0 सिंह को
मिली थी।
4 लाख 95 हजार मतों से जीते थे चाहर
2019
के आम चुनाव में भाजपा प्रत्याशी राजकुमार चाहर ने कांग्रेस के राज बब्बर
को हराया था। इस चुनाव में 15 कुल 15 प्रत्याशी मैदान में थी। कुल 10 लाख
37 हजार 151 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। राजकुमार को
667,147 (64.24%) वोट हासिल हुए। कांग्रेस के राज बब्बर के खाते में
172,082 (16.57% ) वोट आए। वहीं तीसरे स्थान पर रहे बसपा प्रत्याशी
श्रीभगवान शर्मा को 168,043 (16.18%) मत प्राप्त हुए। राजकुमार चाहर ने 4
लाख 95 हजार 65 मतों के बड़े अंतर से जीत हासिल की। 2019 के चुनाव में
प्रदेश में सबसे बड़ी जीत गाजियाबाद से भाजपा प्रत्याशी केंद्रीय मंत्री
वीके सिंह को मिली थी। वीके सिंह ने सपा प्रत्याशी सुरेश बंसल को 501,500
वोटों के बड़े अंतर से शिकस्त दी थी।
फतेहपुरी सीकरी सीट में हुए तीन चुनाव
फतेहपुरी
सीकरी सीट 2008 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई। 2009 में इस सीट पर
हुए पहले चुनाव में बसपा की सीमा उपाध्याय ने 30.19 फीसदी वोट के साथ जीत
हासिल की। कांग्रेस प्रत्याशी राजबब्बर 28.75 फीसदी वोट पाकर दूसरे स्थान
पर रहे। इस चुनाव में भाजपा 22.56 फीसदी और सपा 15.74 फीसदी वोटों के साथ
तीसरे और चौथे स्थान पर रहे। इस चुनाव में 14 प्रत्याशी चुनाव मैदान में
उतरे थे। कुल 693,904 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।
2014 के चुनाव में पहली बार खिला कमल
2014
के चुनाव में कुल 28 प्रत्याशी मैदान में थे। कुल 967,968 मतदाताओं ने
अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। भाजपा प्रत्याशी बाबू लाल ने 426,589
(44.06%) मत हासिल कर यहां पहली बार कमल खिलाया। बसपा उम्मीदवार सीमा
उपाध्याय 253,483 (26.18%) वोट के साथ दूसरे स्थान पर रही। सपा प्रत्याशी
रानी पक्षलिका सिंह 22.04 फीसदी और राष्ट्रीय लोकदल के अमर सिंह 2.50 फीसदी
वोटों के साथ तीसरे और चौथे स्थान पर रहे।
2024 के चुनाव का हाल
भाजपा
ने इस सीट पर तीसरी बार कमल का फूल खिलाने की जिम्मेदारी राजकुमार चाहर को
सौंपी है। चाहर दूसरी बार इस सीट से चुनाव मैदान में हैं। कांग्रेस व सपा
गठबंधन के प्रत्याशी रामनाथ सिंह सिकरवार से उन्हें कड़ी टक्कर मिल रही है।
बसपा ने ब्राह्मण उम्मीदवार पंडित रामनिवास शर्मा को उतारकर यहां की लड़ाई
दिलचस्प बना दी है। यह देखना अहम होगा कि राजकुमार चाहर पिछले चुनाव में
मिली बुलंद जीत को और कितनी बुलंदी पर पहुंचा पाते हैं।
लोस चुनाव : फतेहपुर सीकरी में राजकुमार के सामने पिछली जीत को और बुलंद करने की चुनौती
