नई
दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने रविवार को दिल्ली के
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सत्ता का लालची बताते हुए कहा कि उन्होंने
जेल जाने वाले मुख्यमंत्रियों में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। अब तक
जितने भी मुख्यमंत्री जेल गए, उन्होंने पहले इस्तीफा दिया।
मुख्यमंत्री
अरविंद केजरीवाल की पद से इस्तीफा देने की घोषणा के बाद पार्टी मुख्यालय
में भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी और दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष
वीरेंद्र सचदेवा ने प्रेस वार्ता की।
इसमें सुधांशु त्रिवेदी ने
मुख्यमंत्री के इस बयान का खंडन किया कि वह पहले विपक्षी नेता मुख्यमंत्री
हैंं जो जेल में गए हैं। उन्होंने जेल जाने वाले विपक्षी नेताओं का उदाहरण
देते हुए कहा कि यह बात अलग है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसमें
नया कीर्तिमान बनाया है। पहले ताे मुख्यमंत्री जेल जाने से पहले इस्तीफा दे
देते थे, लेकिन अरविंद केजरीवाल ने सत्ता के लालच में ऐसा नहीं किया।
उन्होंने कहा कि जेल से बाहर आकर अब अपने पद से इस्तीफा देने का ऐलान करना,
इस बात की स्वीकार्यता है कि शराब घोटाले में उनका हाथ था।
भाजपा
प्रवक्ता त्रिवेदी ने मुख्यमंत्री केजरीवाल के जेल से बाहर आने पर पटाखे
फोड़े जाने पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता दिवाली पर
पटाखे नहीं फोड़ सकती, लेकिन मुख्यमंत्री के जेल से निकलने पर पटाखे फोड़े
जा रहे हैं। पार्टी के कार्यकर्ता अपनी ही सरकार के फैसले को ठेंगा दिखा
रहे हैं।
त्रिवेदी ने इस बात पर सवाल उठाए की पद से इस्तीफा देने के
लिए उन्हें 48 घंटे क्यों चाहिए। इसमें कोई रहस्य छिपा हुआ है। उन्होंने
इस बात पर भी सवाल उठाये की मुख्यमंत्री जल्द चुनाव कराए जाने की मांग कर
रहे हैं। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री के पास राज्य में
बड़ा बहुमत है। वे पद से इस्तीफा देकर विधानसभा भंग कर सकते हैं।
दूसरी
और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि दिल्ली की जनता ने हाल
के लोकसभा चुनाव में अपना मत रख दिया है। जेल के बदले वोट की मांग करने
वाले अरविंद केजरीवाल दिल्ली की सातों सीट हार गए हैं।