नई
दिल्ली कांग्रेस ने जीएसटी के मामले को लेकर केंद्र
सरकार पर तीखा हमला बोला है। पार्टी के सांसद एवं गुजरात प्रदेशाध्यक्ष
शक्ति सिंह गोहिल ने आज कहा कि केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार देश में
जीएसटी के माध्यम से आम आदमी की जेब पर डाका डाल रही है और पूंजीपतियों को
मालामाल कर रही है।
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में गुरुवार
को एक संवाददाता सम्मेलन में शक्ति सिंह गोहिल ने जीएसटी को आम लोगों को
आतंकित करने वाला टैक्स करार दिया। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को
एमएसपी देने का वादा भूल गई और कपास उत्पादकों के कॉटन पर एडवांस जीएसटी
वसूल रही है। ट्रैक्टर और कई अन्य उपकरणों तथा कीटनाशकों पर 28 प्रतिशत तक
जीएसटी लिया जा रहा है और अडाणी जैसे औद्योगिक घरानों को बेजा तरीके से
फायदा पहुंचाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री डा.
मनमोहन सिंह ने करों का सरलीकरण करना चाहा था लेकिन भाजपा की केंद्र सरकार
ने उसे उलट दिया। आज हालात यह हैं कि देश का आम नागरिक जीएसटी संग्रह में
दो तिहाई से ज्यादा योगदान देता है लेकिन सरकार के चहेते पूंजीपतियों का
जीएसटी में सिर्फ तीन प्रतिशत योगदान है। टैक्स विशेषज्ञों के अनुसार हमारे
देश में गरीबी-अमीरी के बीच का फासला बहुत अधिक है। सरकार के चहेते
पूंजीपतियों की कमाई खूब बढ़ी और आम नागरिक की खूब घटी।
कांग्रेस
नेता ने कहा कि 2019 में भाजपा की केंद्र सरकार ने दो लाख करोड़ रुपये की
कारपोरेट टैक्स में कटौती की। इसका लाभ पूंजीपतियों को हुआ लेकिन दिल्ली
में जब कांग्रेस महिलाओं को 2500 रुपये देने की बात करती है तो उसे भाजपा
मुफ्त की रेवड़ी बांटना करार देती है। जीएसटी को आम आदमी के लिए आतंक करार
देते हुए उन्होंने कहा कि इसके 9 तरह के स्लैब हैं। अधिकतम 28 प्रतिशत तक
है। आटो रिक्शा और टैक्सी चलाने वाला आम आदमी उसे खरीदने जाएगा तो उस पर 28
प्रतिशत जीएसटी और सेस अलग से देना होगा। गरीब की साइकिल पर 12 प्रतिशत
जीएसटी है। देश के मध्यम और गरीब वर्ग से इस तरह पैसे छीने जा रहे हैं।
उन्होंने
कहा कि इसके अलावा लोगों से 50 तरह के सेस लिये जाते हैं। इससे केंद्र
सरकार का खजाना भरा जा रहा है। जीएसटी में धोखाधड़ी हो रही है। गुजरात में
हाल ही में भाजपा के एक विधायक और उनके परिजनों का नाम उजागर हुआ है।
2023-24 में दो लाख करोड़ रुपये की चोरी पकड़ी गई। 33 हजार करोड़ रुपये की
इनपुट क्रेडिट टैक्स की चोरी हुई और सिर्फ 12 करोड़ रुपये वापस आए।
कांग्रेस
नेता ने कहा कि सरकार हेल्थ इंश्योरेंस पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगा रही है।
पापकार्न का जिक्र करते हुए कहा कि उस पर 12, 18 और 28 प्रतिशत तक जीएसटी
लगाया गया है। उन्होंने सवाल किया पापकार्न आम आदमी खाता है न कि अमीर। एक
सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बड़े उद्योगपतियों का 17 हजार करोड़
कर्ज माफ कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने जब इलेक्टोरल बांड से पर्दा उठाया तो
यह घपला उजागर हुआ, वरना पता ही नहीं चलता। उन्होंने कहा कि देश में रामराज
की बात करने वाले देश में लंका मॉडल को लागू कर रहे हैं।