पूर्वी चंपारण बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का प्रचार अब मोतिहारी सीट पर दिलचस्प मोड़ पर पहुंच गया है। पूर्वी चंपारण की यह सीट इस बार सबसे चर्चित सीटों में से एक बन गई है।पांच बार के भाजपा के निवर्तमान विधायक प्रमोद कुमार भाजपा के उम्मीदवार हैं तो राजद से देवा गुप्ता मैदान में हैं।
दूसरी ओर जनसुराज से डाक्टर अतुल कुमार जोर लगा रहे हैं तो निर्दलीय प्रत्याशी दिव्यांशु भारद्वाज भी पूरे दमखम से मोतिहारी विधानसभा के युवाओं के बीच घूम रहे हैं। मोतिहारी विधानसभा में लड़ाई को रोमांचक कारी और बहुकोणीय मुकाबला बनाने में जनसुराज के डाक्टर अतुल कुमार और निर्दलीय प्रत्याशी दिव्यांशु भारद्वाज अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है।
विपक्षी सभी प्रत्याशियों ने एक मजबूत चक्रव्यूह बनाकर भाजपा उम्मीदवार को फांसने में जुटे हैं हालांकि पिछले पांच चुनावों में प्रमोद कुमार सांसद राधामोहन सिंह को सारथी बनाकर विपक्षियों के जाल को तोड़कर विजयी होते रहे हैं। लेकिन इस बार का चक्रव्यूह तोड़ना कठिन दिख रहा है।
हालांकि इस बार भी प्रमोद कुमार के विजय रथ का सारथी सांसद राधामोहन सिंह ही हैं। दर्जनों मुकदमा के आरोपी महागठबंधन प्रत्याशी देवा गुप्ता की पत्नी प्रीति कुमारी ने प्रचार की कमान संभाली है। इस सीट पर भाजपा के पांच बार के विधायक और पूर्व मंत्री प्रमोद कुमार मैदान में हैं। उनके सामने महागठबंधन ने बाहुबली छवि वाले नेता देवा गुप्ता को उतारा है।
देवा गुप्ता पर दर्ज 28 आपराधिक मामलों को लेकर विपक्ष लगातार हमलावर है और इसे चुनावी मुद्दा बना रहा है। ऐसे में देवा गुप्ता की गैरमौजूदगी में उनकी पत्नी और मोतिहारी नगर निगम की मेयर प्रीति कुमारी पूरे आत्मविश्वास के साथ जनता के बीच जाकर अपने पति और महागठबंधन के पक्ष में वोट मांग रही हैं।h
हिन्दुस्थान समाचार से विशेष बातचीत में प्रीति कुमारी ने विपक्ष के सवालों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि मोतिहारी में इस बार परिवर्तन की लहर चल रही है और उन्हें जनता का अपार समर्थन मिल रहा है। लोग तेजस्वी यादव के संकल्प पत्र पर भरोसा जता रहे हैं। देवा गुप्ता के प्रचार में न दिखने के सवाल पर प्रीति कुमारी ने स्पष्ट किया कि उनके पास कोई गॉडफादर नहीं है। उन्होंने बताया कि वे पति-पत्नी दोनों जनता के सहयोग से चुनाव लड़ रहे हैं। उनके पति पार्टी कार्यालय में रहकर लोगों से मुलाकात कर रहे हैं और रणनीति बना रहे हैं, और समय आने पर वे भी मैदान में उतरेंगे।
प्रीति कुमारी ने कहा कि इस बार जनता विकास, भयमुक्त शासन और बेरोजगारी व महंगाई जैसे मुद्दों पर बदलाव चाहती है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि महिलाएं बड़ी संख्या में महागठबंधन के साथ हैं, क्योंकि वे मानती हैं कि महागठबंधन ही उनकी आवाज को सशक्त करेगा।मोतिहारी सीट पर इस बार प्रचार का केंद्र प्रीति कुमारी बन गई हैं। उनकी सादगी और आत्मविश्वास भरी भाषा लोगों को प्रभावित कर रही है।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि देवा गुप्ता की पत्नी के रूप में प्रीति का यह सक्रिय प्रचार अभियान चुनावी समीकरणों को प्रभावित कर सकता है। वही दुसरी ओर निर्दलीय दिव्यांशु भारद्धाज मोतिहारी के आम मतदाता को भय और भ्रष्टाचार दोनों से मुक्ति दिलाने के वादो के साथ मजबूती से चुनाव मैदान में जुटे है। ऐसे में अब देखना दिलचस्प होगा कि मोतिहारी कोई नया कीर्तिमान बनाता है या पुराने ढर्रे पर कायम रहता है।
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