प्रयागराज। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार देश-विदेश से आने वाले
श्रद्धालुओं को महाकुम्भ की नव्यता, दिव्यता और भव्यता का एहसास कराने की
तैयारी में जुटी है। वहीं दुनिया के विशिष्ट लोग भी महाकुम्भ में सम्मिलित
होने और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करने को लालायित हैं।
महाकुम्भ
में पहली बार इजरायल, अमेरिका और फ्रांस समेत तमाम देशों के दिग्गज गंगा
आरती में शामिल होने की तैयारी कर रहे हैं। उनके साथ सेना के जवान भी शामिल
होंगे।
-देश के विशिष्ट संतों का होगा सम्मान
हरिहर गंगा
आरती समिति रामघाट प्रयागराज के अध्यक्ष सुरेश चन्द्रा ने बताया कि काशी के
तर्ज पर प्रयागराज में वर्ष 1997 में गंगा आरती की शुरुआत की गई। जिसके
बाद से लेकर आज तक यह क्रम अनवरत जारी है। इसी के तहत, महाकुम्भ के दौरान
मुख्यमंत्री योगी के साथ ही देश के कोने-कोने से आ रहे विशिष्ट संतों का
सम्मान करने की योजना बनाई गई है। भारत के सभी प्रमुख तीर्थ स्थलों के
संतों का एक साथ महाकुम्भ के महा आयोजन में शामिल होना अविस्मरणीय होगा।
-गंगा आरती में शामिल होंगे विदेशी मेहमान
भारत
के सबसे बड़े राज्य के मुखिया योगी आदित्यनाथ के प्रति विश्व के ताकतवर
देशों के लोगों में क्रेज लगातार बढ़ रहा है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया
जा सकता है कि भारत के जवानों के साथ इजरायल, अमेरिका, फ्रांस, वियतनाम,
इटली, कनाडा और म्यांमार के नामी लोग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने
भारत आ रहे हैं।
उन्होंने बताया कि ये सभी विदेशी मेहमान यहां की
प्रसिद्ध गंगा आरती में शामिल होंगे। उनके साथ भारतीय सेना के बड़े अधिकारी
भी रहेंगे। ये सभी हरिहर गंगा आरती समिति के मेहमान होंगे।
-अयोध्या के प्रसिद्ध साधु संत महाकुम्भ को यादगार बनाने में रोपेंगे पौधे
अयोध्या
के प्रसिद्ध साधु संत महाकुम्भ को यादगार बनाने के लिए पौधरोपण भी करेंगे।
राम वैदेही मंदिर के प्रमुख संत स्वामी दिलीप दास त्यागी ने बताया कि
अयोध्या के संतों ने पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए एक लाख ग्यारह हजार
पौधे लगाने का संकल्प लिया है, जिसे महाकुम्भ के दौरान अंतिम रूप दिया
जाएगा। स्वामी दिलीप दास जी के साथ अयोध्या के कई और भी प्रमुख संत
महाकुम्भ को अविस्मरणीय बनाने की तैयारी में हैं।