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हारे के सहारे को ‘हैप्पी बर्थडे’ विश करने आधी रात ही पहुंच गए लाखों भक्त


सीकर। जिले के खाटूश्याम बाबा का एकादशी मेला इस बार एक विशेष आकर्षण बन गया। कार्तिक शुक्ल पक्ष की एकादशी के अवसर पर खाटू में होने वाला मुख्य मेला श्रद्धालुओं के लिए खास है। रात से ही मंदिर में दर्शन के लिए लंबी कतारें लग गईं और लाखों भक्त बाबा के दर्शन करने के लिए खाटू पहुंचे।

इस अवसर पर खाटू में दिवाली जैसी आतिशबाजी ने उत्सव का माहौल बना दिया। हालांकि प्रशासन और मंदिर कमेटी की तरफ से आतिशबाजी न करने की अपील की गई थी, लेकिन श्रद्धालुओं ने इसे नजरअंदाज कर जमकर पटाखे जलाए। रात 12 बजे के करीब तो ऐसा लगा जैसे दिवाली का पर्व हो, मंदिर परिसर और आसपास के इलाके में रंग-बिरंगे पटाखों की लपटें आकाश में छा गईं। प्रशासन ने तोरण द्वार पर सुरक्षा के इंतजाम किए थे, लेकिन भीड़ बढ़ने के साथ कुछ लोग नियमों की अनदेखी करते हुए आतिशबाजी करने लगे, जिससे श्रद्धालुओं को असुविधा भी हुई। मेले की खास बात यह रही कि रात को खाटू नगर की दृश्यावली गोल्डन नजर आई। यहां के अधिकांश मकानों और इमारतों पर सुनहरे रंग की रोशनी की गई थी, जिससे पूरा क्षेत्र स्वर्णिम नजर आ रहा था। मंदिर के मुख्य द्वार को श्रीनाथजी की थीम पर सजाया गया था, जबकि मंदिर के अंदर की सजावट हरियाली की थीम पर आधारित थी। बाबा की मूर्ति के दोनों ओर बांसुरीनुमा आकृतियां और 75 फीट लंबी ग्राउंड पर गोल्डन लाइट्स ने एक अद्भुत दृश्य प्रस्तुत किया।

मेला आयोजन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है। सीसीटीवी कैमरों के जरिए निगरानी रखी जा रही है और 400 से ज्यादा सिक्योरिटी गार्ड्स, 100 होमगार्ड्स और 500 आरएसी के जवान मंदिर परिसर की सुरक्षा में तैनात हैं। इसके साथ ही पुलिसकर्मी भी सभी व्यवस्था का ध्यान रख रहे हैं। इस दिन बाबा खाटूश्याम को छप्पन भोग अर्पित किया जाएगा और मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना की जाएगी। भक्तों से अपील की गई है कि वे धार्मिक आयोजन में सहयोग करें और कोई भी अपवित्र वस्तु जैसे इत्र की शीशी और फूल मंदिर परिसर में न फेंकें। खाटू में इस बार एकादशी के मौके पर विशेष धार्मिक उल्लास और उत्सव का वातावरण बना हुआ हैए जो भक्तों के लिए अविस्मरणीय अनुभव साबित हो रहा है।

बाबा खाटूश्याम जी का मंगलवार को जन्मदिन मनाया जा रहा है और यहां पांच लाख से अधिक भक्तों के पहुंचने की संभावना है। इसके लिए प्रशासन व मंदिर कमेटी ने फाल्गुनी मेले की तर्ज पर व्यवस्था की है। खास बात यह है कि मंगलवार को भक्तों को बाबा के लगातार 24 घंटे दर्शन भी हो सकेंगे। भक्तों की संख्या को देखते हुए अतिरिक्त जाब्ता लगाया है। मंदिर के सिंहद्वार को श्रीनाथ मंदिर की तर्ज पर सजाया गया है। ऐसे में रविवार से ही श्रद्धालुओं का तांता लगना शुरू हो चुका है। बाबा खाटूश्याम के जन्मदिन को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। आज 12 नवंबर को कार्तिक शुक्ल एकादशी है, इस दिन को बाबा खाटू जी के जन्मदिन के रूप में हमेशा से मनाया जाता रहा है। तय किया गया है कि इस बार खाटूश्याम बाबा बाल स्वरूप में दर्शन देंगे। पार्किंग के लिए अलग से व्यवस्था की गई है। 52 बीघा मैदान के अतिरिक्त अन्य रास्तों से आने वाले वाहन अलग से पार्किंग कर पाएंगे।