रांची, शारदीय नवरात्र का शुभारंभ 22 सितंबर से हो रहा है। ऐसे में झारखंड की राजधानी रांची में दुर्गा पूजा आयोजन समितियों की ओर से पूजा के आयोजन की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। एक से बढ़कर एक पूजा पंडालों का निर्माण कराया जा रहा है। इसी क्रम में श्री श्री बांधगाड़ी दीपाटोली दुर्गा पूजा समिति इस वर्ष इको फ्रेंडली पंडाल का निर्माण कर रही है।
समिति के सचिव शिव गोप ने गुरुवार को बताया कि यह पंडाल अनेकता में एकता का संदेश देता दिखेगा। यहां हर वर्ष भव्य पंडाल बनाया जाता है। पंडाल को बंगाल के कारीगर तैयार कर रहे है। इस वर्ष पंडाल में इंट्री करते ही लोगों को सर्वधर्म संपन्न की छलक देखने को मिलेगी। वहीं मुख्य द्वार पर शहीदों की तस्वीर लगी होगी। मां की मूर्ति भी अद्भुत और आकर्षक होगी। भगवान गणेश, लक्ष्मी, कार्तिकेय और मां सरस्वती के साथ मां यहां विराजेंगी।
उन्होंने बताया कि मां दुर्गे की 15 फीट ऊंची मूर्ति को रांची के प्रसिद्ध मूर्तिकार अजय पाल तैयार कर रहे हैं।
इस वर्ष बांधगाड़ी दीपाटोली दुर्गा पूजा में लाइटिंग पर विशेष जोर दिया गया है। चंदननगर से कलाकार की ओर से बिजली के रंग-बिरंगे बल्बों से आकर्षक सजावट की जायेगी। कोकर अयोध्यापुरी से लेकर खेलगांव चौक तक लाइटिंग की कलाकारी देखी जा सकेगी। लाइटिंग पर 14-15 लाख रुपये खर्च होने का अनुमान है। पंडाल 110 फीट लंबा और 80 फीट चौड़ा होगा। इसे रेशम के धागे से बनाया जा रहा है। पंडाल निर्माण पर 22-25 लाख रुपये खर्च होने का अनुमान है। कुल लागत 35 लाख रुपये आयेगा।
उन्होंने बताया कि समिति के अध्यक्ष रमेश गोप, मुख्य संरक्षक उमेश राय, कोषाध्यक्ष मोहन गोप, उपाध्यक्ष मनोज गोप, संदीप मौर्या, रूपेश सिंह अनुप तिवारी, विश्वजीत गोप सहित अन्य पंडाल के निर्माण में जुटे हुए है।
पंडाल का उद्घाटन 28 सितंबर को किया जाएगा। यहां 1961 से पूजा हो रही है।
श्री श्री बांधगाड़ी दुर्गा पूजा समिति इस वर्ष इको फ्रेंडली पंडाल का कर रही है निर्माण
